शहज़ाद खान, शाजापुर। मध्य प्रदेश सरकार के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के गृह जिले में बच्चों के लिए बने छात्रावास का उपयोग प्याज रखने के गोदाम के रूप में किया जा रहा है. यह कोई और नहीं बल्कि छात्रावास का अधीक्षक ही कर रहा है. इतना ही नहीं प्याज का स्टाॅक बड़ी मात्रा में किया गया. साथ ही खराब न होने के लिए सरकारी बिजली का उपयोग कर एग्जॉस्ट फैन भी लगा दिया गया है.

दरअसल जनजातीय सीनियर बालक छात्रावास कोरोना संक्रमण की पहली ही लहर में खाली हो गया था. यहां परिसर में बने इस भवन में बच्चों के रहने के लिए 8 से 10 बड़े कमरे बने हुए हैं. जिसको छात्रावास अधीक्षक ने परिसर को तबेला बना दिया और छात्रों के रहने वाले कमरों को प्याज गोदाम बना दिया है. साथ ही बिजली की सप्लाई भी 24 घंटे आ रही है. प्याज से भरे दो कक्षों में जालियों के अंदर रखे प्याज को खराब होने से बचाने के लिए एग्जॉस्ट फैन लगातार चलाए जा रहे हैं. वहीं तीसरे कक्ष के फर्श पर बिखरे प्याज को सुरक्षित रखने के लिए पंखा भी चल रहा है. यह खेल बीते कई दिनों से चल रहा है, जिसकी अधिकारियों को भनक तक नहीं लगी.

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इस मामले में छात्रावास के चौकीदार अशोक ने बताया कि उनके साहब प्याज लेकर आए थे, यहां पर रखा है और लाइट भी चालू है. पंखे चालू किए गए ताकि प्याज खराब न हो. साहब ने कहा था कि से उठा लेंगे लेकिन अभी तक नहीं उठाया गया.  मामला में एसडीएम अजीत कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि सरकारी भवनों के खाली रहने पर निजी उपयोग करने का यह पहला मामला नहीं है, इसके पहले भी शाजापुर जिले के कई ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में भूसा भरने से लेकर मवेशियों को बांधने तक के मामले सामने आते रहे हैं.

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