संतोष गुप्ता जशपुर– जिला मुख्यालय से लगभग 60 किमी दूर कुंजारा एवं हल्दीमुंडा के बीच सौ मीटर का पुल बनाया जा रहा है, लेकिन यह पुल छह साल बाद भी नहीं बन पाया है. दरअसल, एक करोड़ 49 लाख 14 हजार की लागत से बनने वाला इस पुल का निर्माण कार्य 18 मार्च 2013 को प्रारंभ हुआ था, जिसे ठेकेदार को 31 मार्च 2016 को पूरा करना था. लेकिन ठेकेदार ने अधूरा निर्माण कर छोड़ दिया है.

गौरतलब है कि अंग्रेजों के जमाने का यह पुल संकरा व जर्जर है. इसे देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने इस पुल के ठीक बगल में नया पुल का निर्माण पिछले छह वर्षों से कराया जा रहा है.पुराने पुल में वाहन चालक अपनी जान जोखिम में डालकर पार करते हैं. न चाहते हुए भी वाहन चालक इसको पार करने के लिए मजबूर है,  इसके अलावा अन्य कोई विकल्प भी नहीं है. किसी व्यक्ति को यदि हल्दीमुण्डा, केरसई, सिंगीबहार, तपकरा एवं ओडिशा की ओर जाना है तो उसे इस पुल को पार करना मजबूरी है.

निर्माण स्थल से हटा दिया साइन बोर्ड

छह साल पहले जब इस जगह पर पुल का निर्माण कार्य शुरू कराया गया था. उस दौरान वहा एक साइन बोर्ड लगाया गया था, जिसमें ठेकेदार का नाम, लागत, कार्य प्रारंभ और निर्माण कार्य पूर्ण होने की तारीख लिखी हुई थी. लेकिन कुछ समय बाद ही इस साईन बोर्ड को यहां से हटा दिया गया है. जिससे लोगों को यह जानकारी नहीं हो पाती है कि इस पुल का निर्माण कार्य कब पूरा होगा.

ठकेदार को कर दिया ब्लैक लिस्टेड

इस मामले में लोक निर्माण विभाग जशपुर के कार्यपालन अभियंता केआर दरश्यामकर का कहना है कि ठेकेदार ने समय पर काम पूरा नहीं किया है. इस वजह से ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया गया है. नया टेंडर प्रक्रिया में हैं, आचार संहिता के बाद टेंडर खुलते ही काम शुरू करा दिया जाएगा.