हेमंत शर्मा, रायपुर। राजधानी रायपुर के सरोरा स्थित जैनम फेरोलाइस कंपनी में प्रबंधन की लापरवाही से हुई दुर्घटना में घायल दो में से एक मजदूर की आज इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं दूसरे श्रमिक की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

मृतक शुभम

जानकारी के मुताबिक 15 दिसंबर को जैनम फैरोलाइस कंपनी में श्रमिक कार्य कर रहे थे इसी दौरान सिलेंडर पाइप में ब्लास्ट हो गया, जिसकी चपेट में शुभम बरेठ और योगेन्द्र कौशिक नाम के दो श्रमिक आ गए। दोनों श्रमिक इस ब्लास्ट में बुरी तरह झुलस गए, जिन्हें इलाज के लिए कालड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया।

प्रबंधन के खिलाफ जुडेंगी धाराएं

जहां आज इलाज के दौरान शुभम बरेठ की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि शुभम बरेठ 80 फीसदी जल चुका था। कंपनी में हुए हादसे के बाद उरला पुलिस ने जैनम फेरोलाइस कंपनी प्रबंधन के खिलाफ धारा 337, 287 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था। वहीं शुभम की मौत के बाद अब पुलिस कंपनी प्रबंधन के खिलाफ धारा 304(A) के तहत अपराध दर्ज करने जा रही है।

उरला थाना प्रभारी अमित तिवारी ने बताया कि जैनम फेरोलाइस कंपनी में हादसा हुआ था। 2 लोग हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए थे। दोनो को कालड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसमें से एक की इलाज के दौरान मौत हो गयी है। मामले में अब धारा 304(a) जोड़ा जाएगा।

अस्पताल पहुंचे बिलखते परिजन

पहले भी हुए हादसे से नहीं लिया सबक

उधर मृतक शुभम के मामा बैसाखू बरेठ ने कंपनी प्रबंधन के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाया है। मामा बैसाखू का कहना है कि 15 दिसंबर की रात को कंपनी से फोन आया था और हादसे की जानकारी दी गयी। उन्होंने आरोप लगाया कि हादसे के बाद झुलसे दोनों श्रमिकों को फैक्ट्री से अस्पताल ले जाने में देर की गई। उनका इलाज भी ठीक तरह से नहीं हुआ। कंपनी में सुरक्षा का किसी भी प्रकार का इंतजाम नहीं था। कंपनी की लापरवाही से ही यह हादसा हुआ है। सेफ्टी के लिए वहां कोई चीज नहीं थी। पिछले साल भी वहां हादसा हुआ था लेकिन इसके बाद भी कंपनी प्रबंधन ने कोई सुध नही ली। उन्होंने कंपनी प्रबंधन से 20 लाख के मुआवजे के साथ ही पेंशन के रूप में मृतक की मां को हर महीने 10 हजार देने की मांग की है।