अरविंद मिश्रा बलौदाबाजार- कसडोल थाना चौकी के ग्राम चितावर के 30 ग्रामीणों को बिहार के शेरघाटी से 30 बंधक मजदूरों को छुड़ाकर लाने में सफलता मिली है. मजदूरों को धोखे में रखकर दलाल बिहार ले गए थे. और वहां प्रताड़ित कर अधिक काम लिया जाता था. ईट भट्ठा से छुटकर आने के बाद ग्रामीणों में खुशी देखी गई.

पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि थाना कसडोल चौकी लवन के ग्राम चितावर के 30 ग्रामीणों को बिहार राज्य, जिला गया क्षेत्र अंतर्गत शेरघाटी में बंधक बनाकर कार्य कराने की जानकारी मिली थी, जिस पर थाना कसडोल चौकी लवन में 370(2) भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जिला पुलिस एवं प्रशासन की टीम बनाकर बिहार राज्य भेजा गया था. टीम ने आज 11 पुरूष 9 महिला एवं 10 बच्चों को बिहार राज्य जिला गया, शेरघाटी में ईट भट्ठा मालिकों के ईट भट्ठे से छूड़ाकर देर रात जिला बलौदाबाजार लाया गया और सभी का बयान दर्ज किया जा रहा है. आरोपियों के विरूद्ध उचित वैधानिक कार्यवाही की जायेगी.

आगे बताया कि जब टीम वहां गई तो आरोपी मौके से फरार हो चुके थे, वहां से ग्रामीणों को बंधक मुक्त कराकर सकुशल वापस लाना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी थी, जिसको हमने पूर्ण तत्परता के साथ किया और आरोपीयों के विरूद्ध उचित वैधानिक कार्यवाही करने प्रतिबद्धता जाहिर की गई. पुलिस अधीक्षक ने छुड़ाये गये मजदूरों को भरोसा दिलाते हुये कहा कि सभी को शासन की पूनर्वास नीति के तहत उचित सहायता मिले इस प्रशासन से बात कर हर संभव मदद की जाएगी.

बिहार राज्य के गया जिला अंतर्गत शेरघाटी में लेबर सरदार ओमप्रकाश कुर्रे ग्राम बिनायका थाना मस्तूरी जिला बिलासपुर द्वारा बिहार राज्य, जिला गया के शेरघाटी में ईट भट्ठा मालिक छोट् सिंह, पवन सिंह एवं राजू सिंह के पास थाना कसडोल चौकी लवन अंतर्गत ग्राम चितावर के 30 ग्रामीणों को अधिक मजदूरी का लालच देकर वहां ले जाया गया था, लेकिन वहां मजदूरों को काम करने की परिस्थितियां प्रतिकुल हो गई थी, इन सभी मजदूरों को अधिक मजूदरी दर देने की भ्रामक जानकारी देकर वहां ले जाया गया था.

जहां ईट भट्ठा मालिकों द्वारा ग्रामीणों को बंधक बनाकर जबरदस्ती काम लिया जाता था. मालिक द्वारा इनसे बहुत ज्यादा कार्य लिया जाता था और कार्य के मुताबिक पारिश्रमिक नहीं दिया जाता था. मालिकों के बताये अनुसार काम नहीं होने पर इन्हे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था . इनके राशन-पानी सहित जीवन यापन के भौतिक सुविधाओं की कमी थी जिस पर सभी मजदूर वहां से वापस अपना घर आना चाहते थे परंतु मालिकों द्वारा इन्हे वापस नहीं आने दिया जा रहा था जिस पर प्रार्थी गोपाल नारंगे साकिन चितावर की रिपोर्ट पर थाना कसडोल चौकी लवन में अपराध क्रमांक 698/18 धारा 370 (2) भादवि तहत अपराध पंजीबद्ध किया जाकर बंधक बनाये गये मजदूरों को सकुशल वापस लाया गया.

बंधक मजदूरों को छूड़वाने के लिये जिला प्रशासन से विशेष टीम गठित करवाया गया जिस पर कलेक्टर महोदय द्वारा बंधक बनाये गए मजदूरों को छूड़वाने विशेष दल का गठन किया गया. गठित दल को बिहार भेजा गया जहाँ दल द्वारा जिला प्रशासन तथा पुलिस विभाग गया (बिहार) से समन्वय कर शेरघाटी (गया, बिहार) में रेस्क्यू कार्यवाही कर बंधक हुये कमल, कमलेश, कुतुल, संतराम, राधा, विद्या, अनिल, सुकृता, मनमोहन, सतरूपा, अशोक, पुन्नी बाई, हरिन बाई, सहित 30 ग्रामीणों को सकुशल बंधक मुक्त कराया गया. जिसे टीम द्वारा आज देर रात वापस लाया गया और उनके गृह ग्राम चितावर पहुंचाया गया.

बंधक मुक्त हुये ग्रामीणों को जब टीम द्वारा बलौदाबाजार लाया गया तो उनका चेहरा खुशी से प्रफुल्लित नजर आ रहे थे, बंधक मुक्त ग्रामीणों और उनके परिजनों में हर्ष का माहौल था एक दूसरे को गले मिलकर खुशियां जाहिर कर रहे थे पुलिस और टीम को घर वापसी के लिये धन्यवाद देकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताये कि वहां बंधक बनाकर इनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता था, गाली गलौच से बात किया जाकर प्रताड़ित किया जाता था, जो मजदूरी दर बताकर यहां से ले जाया गया था उससे बहुत ही कम मजदूरीं दिया जाता था। बलौदाबाजार पुलिस की पहल की सराहना करते हुए बताए कि अब ये बलौदाबाजार पुलिस, प्रशासन की मदद से खुली वातावरण में शांति और सुकून के साथ अपना जीवन यापन कर पाएंगे.

आपको बता दें कि 11 जनवरी को थाना राजादेवरी अंतर्गत ग्राम चांदन के ग्रामीणों को तेलंगाना राज्य के पैदापल्ली जिले के ग्राम पल्लाचिला में बंधक बनाकर रखे 19 मजदूरों को पुलिस और प्रशासन की विशेष टीम गठित कर सकुशल घर वापसी कराया गया था.

ग्रामीणों को बंधक मुक्त कराने मेें सउनि छेदुराम, प्र.आर. मन्नु ध्रुव, आरक्षक अनुराग कोशरिया, आरक्षक ऋतु बंजारे, श्रम उप निरी महीप यादव, केस वर्कर शाह नवाज का विशेष योगदान रहा.