चंद्रकांत देवांगन दुर्ग– मटके में 25 हजार रुपए के सिक्के भरकर प्रत्याशी नामांकन फार्म खरीदने जब जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचा तो लोग देखते रह गए. आज आजाद जनता पार्टी के प्रत्याशी स्वतंत्र तिवारी ने पांच मिट्टी के मटके में 1 रुपए से लेकर 10 रुपए तक के सिक्के लेकर पहुंचा. जिसे उन्होंने निर्वाचन अधिकारी को सौंप दिया. इन सिक्कों को गिनने पांच कर्मचारियों को लगाना पड़ा. उम्मीदवार ने बताया कि यह सिक्का क्षेत्र के जनता से 6 माह में चंदा लेकर इकट्ठा किया.

गौरतलब है कि स्वतंत्र तिवारी ने दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में घूम-घूमकर समाज के विभिन्न वर्गों से चुनाव लड़ने के लिए आर्थिक सहयोग की अपील की और कम से कम एक रुपए के सहयोग राशि को स्वीकार किया. स्वतंत्र तिवारी ने नामांकन पत्र खरीदते समय आम जनता से प्राप्त सिक्कों को ही दुर्ग निर्वाचन कार्यालय में पच्चीस हजार रुपए नामांकन शुल्क के रुप में जमा किया. स्वतंत्र तिवारी के समर्थकों ने आम जनता से प्राप्त सिक्कों को एक घड़े में भरकर निर्वाचन कार्यालय लेकर पहुंचे थे.

आजाद जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वतंत्र तिवारी ने अपने चुनाव लड़ने के पीछे मोदी सरकार की गलत नीतियों को कारण बताया. उन्होंने कहा कि सरकार के गलत नीतियों से त्रस्त जनता को राहत दिलाने के लिए वे स्वयं चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव प्रचार में उनका नारा- जेब मे न तो पैसा न नल में पानी, यही है गरीबों की असली कहानी होगा. इसी नारे को लेकर वो पूरे लोकसभा में जनता के बीच व उनके घर-घर जाकर जनसंपर्क करेंगे.