रायपुर। हर्षीता पांडेय के बयान पर कटाक्ष करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि पूर्ववर्ती रमन सिंह सरकार के समय महिला एवं बाल विकास विभाग के अध्यक्ष रही उनके कार्यकाल में प्रदेश में बहुत सी हृदय विदारक जघन्य आपराधिक घटनाएँ हुई थी तब उनकी आत्माएँ रोई नहीं।

पूर्ववर्ती रमन सरकार के ओएसडी रहे ओपी गुप्ता के द्वारा नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार जैसे जघन्य अपराध किया उस पर उनकी आत्मा सोई हुई थी ।

भाजपा के राजनितिक सहयोगी भाजपा नेत्री बस्तर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा आरोपी को संरक्षण देने एवं पीड़िता एवं परिवार को न्यायालयीन प्रक्रिया में दखल देते हुए गवाहों एवं सबूतों को बदलने एवं हटाने का अनैतिक प्रयास किये थे तब उनकी आत्मा सोई हुई थी। कभी हर्षिता ने सोची कि जब बीजापुर में आदिवासी महिलाओं के साथ सामूहिक अनाचार हुआ उस पर उनकी आत्माएँ सोई थी। मीना खल्खों के साथ बलात्कार व हत्या हुई उस पर भी उसकी आत्मा सोई थी। झलियामारी के शासकीय आश्रमों में मासूमों के साथ अनाचार हुआ तो उनकी आत्मा सोई थी। पैसों के लिए माताओं के गर्भाशय निकाल लिये जा रहे थे तब उनकी आत्मा सोई थी। नसबंदी जैसे मामूली आपरेशन में जब महिलाओं की मौत हो जाती थी जब उनकी आत्मा सोई थी। भिलाई खुर्सीपार में बलात्कार पीड़िता युवती की आत्महत्या की घटना को समूचे प्रदेश के माथे पर कलंक है यह घटना विदारक और मानवता को शर्मशार कर देने वाली घटना थी। इस मामले मे पूर्ववर्ती रमन सिंह का बयान बेहद आपत्तिजनक और असंवेदनशील था उस समय उनकी आत्मा सोई थी। बलात्कारियों को बचाने और पीड़िता को सताने के लिये पूरा तंत्र लगा होता था, तब हर्षिता पांडे मौन क्यों थी?

राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पांडे को इतना अच्छा अवसर था कि पूर्ववर्ती रमन सरकार के समय हो रहे महिलाओं के अत्याचार पर करारा जवाब देने का लेकिन वहां पर भी महिलाओं को हताशा और निराशा हुई। महिला एवं बाल विकास विभाग में महिलाएं बड़ी आश और विश्वास के साथ परेशानी के समाधान के लिए आती है लेकिन कई सालों तक चप्पल घिंसने के बाद भी न्याय नहीं मिल पाती थी। हजारों मामले लंबित थे जिसे वर्तमान में कितने मामलों का निपटारा किया गया, कितने बहनों को न्याय मिला, कांग्रेस की सरकार में अपराधियों के साथ नहीं देते तुरन्त कड़ी कार्यवाही करके जेल पहुंचाया जाता हैं।

प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि हर्षिता जी यदि आप गहरी निद्रा से जग गई हो तो उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री जी को जाकर सलाह दे कि बलात्कारियों को बचाने नेतागण संरक्षण ना दे और उत्तरप्रदेश के सरकार से पूछे कि क्यों मनीषा के परिवार वालों के साथ योगी जी अन्याय कर रहे हैं? पीड़िता के माता-पिता अभी कैसी स्थिति से गुजर रहे है ये सोच कर रूह कांप जाती है क्या छिपाना चाहता है योगी जी? क्यों मीडिया वाले एवं अन्य लोगों से मुलाकात करने जाने पर एफआईआर करवा रही है? क्यों हिटलरशाही पर उतर आयी है योगी जी।

प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि उन्नाव और कठुआ में हुए रेप की घटना में भी भाजपा के कार्यकर्ता झंडा लेकर रेपीस्ट को बचाने निकले थे ठीक उसी तरह हाथरस में भी हो रहा है क्योंकि हमेशा से भाजपा और अपराधियों का चोली दामन का साथ रहा है ।