सुप्रिया पांडे,रायपुर। झीरम नक्सली हमले पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय, शहर जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे, निगम सभापति प्रमोद दुबे ने बुधवार को कांग्रेस भवन में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए रमन सिंह और बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. गिरीश दुबे ने कहा कि डॉ. रमन सिंह और भाजपा सर्वाधिक परेशान क्यों है ? वे झीरम षड्यंत्र की जांच से क्यों बचना चाहते है ? केंद्र की भाजपा सरकार ने किसके कहने पर सीबीआई जांच से इनकार किया, डॉ रमन सिंह की इसमें क्या भूमिका थी ?

बड़े षड्यंत्र का नहीं हुआ खुलासा

विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि झीरम घटना को 7 साल हो गए, जांच का खुलासा अभी तक सामने नहीं आया. कांग्रेस शुरु से इस मामले को उठा रही है. भाजपा के नेता बार-बार सवाल जवाब क्यों करते है ? भाजपा ने इस पूरे मामले में सीबीआई और एनआईए से जांच के मांग की थी, लेकिन कहीं न कहीं बड़ा षड्यंत्र है. जिसका खुलासा नहीं हो सका है.

एसआइटी किन बिंदुओं पर करें जांच ?

प्रमोद दुबे ने कहा 25 मई 2013 में घटना हुई थी. प्रश्न ये है ये पहली राजनीतिक नरसंहार है. केंद्र में यूपीआई की सरकार थी उस समय एनआईए का जांच का फैसला लिया गया. एनआईए यदि एसआईटी को डायरी नहीं सौपेगी, तो एसआइटी किन बिंदुओं पर जांच करेगी सारे सबूत एनआईए के पास मौजूद है.

रमन ने क्यों छुपाई जानकारी ?

उन्होंने कहा कि डॉ. रमन सिंह ने दिसम्बर 2016 से 2018 के चुनाव तक यह जानकारी क्यों छिपाई कि केंद्र ने सीबीआई जांच से इनकार कर दिया. झीरम जांच में केंद्र की सरकार से राज्य की पूर्ववर्ती सरकार के साथ सांठगांठ है. इसमें भाजपा के बड़े नेताओं का हाथ है.