महासमुंद. छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी जंग शुरू हो चुकी है.महासमुंद क्षेत्र के चुनावी मुद्दे और जनता का मूड जानने  स्वराज एक्सप्रेस की टीम जिला मुख्यालय महासमुंद पहुंच चुकी है. जिसका प्रसारण महासमुंद के लोहिया चौक से किया जायेगा. ‘सत्ता का संग्राम’ सिर्फ लल्लूराम डॉट कॉम व स्वराज एक्सप्रेस पर.

राजनीतिक गलियारों में इसे स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण और देश की दशा और दिशा बदलने वाला चुनाव बताया जा रहा है. इस चुनावी महासमर में जहां एक तरफ भाजपा नीत एनडीए है, तो दूसरी ओर कांग्रेस नीत यूपीए महागठबंधन के तौर पर सत्ता हासिल करने जोर आजमाइश कर रहे हैं.

 इस कार्यक्रम में सार्थक टीएमटी के साथ लल्लूराम डॉट कॉम की सहयोगी संस्था स्वराज एक्सप्रेस, आरती ग्रुप, आईएसबीएम यूनिवर्सिटी, जोफ स्पाइसेस, ट्रेवल पार्टनर व्यास ट्रेवल्स, हॉस्पिटल पार्टनर श्री बालाजी सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल, फायर सल्यूशन पार्टनर सेफ प्रो इवेंट पार्टनर हैं.

छत्तीसगढ़ की महासमुंद लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भाजपा के चंदू लाल साहू हैं. वो दूसरी बार इस सीट से सांसद बने हैं. साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर अजित जोगी कांटे के मुकाबले में बीजेपी उम्मीदवार चंदूलाल साहू से हार गये थे. जोगी को इस सीट पर मात्र 1217 वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा.

इस बार 2019 के लोकसभा चुनाव में महासमुंद से भाजपा प्रत्याशी चुन्नीलाल साहू हैं.ये आरएसएस की पृष्ठभूमि से हैं.जातिगत समीकरण भी यहां मायने रखता है.साहू बाहुल्य क्षेत्र है.चुन्नी लाल पांच साल विधायक रहते हुए जिले में सतत सपंर्क में लोगों के रहते हैं. युवा और किसानों के बीच अच्छी पकड़ है.जमीनी कार्यकर्ता होने से जनसामान्य के बीच अच्छी छवि है.

तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी धनेन्द्र साहू कांग्रेस के  दिग्गज नेता है. वरिष्ठता और जातिगत  समीकरण के मायने में उनका पलड़ा भारी है.कद्दावर नेता होने से जमीनी स्तर पर अच्छी पकड़ है.किसानों का समर्थन उन्हें हासिल है.उनके पास कार्यकर्ताओं की लंबी फौज है.कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहते इस क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं.

वहीं बसपा से धनसिंग कोसरिया महासमुंद सीट से लोकसभा चुनाव के मैदान में ताल ठोक रहे हैं.

महासमुंद लोकसभा का क्षेत्र महासमुंद, गरियाबंद और धमतरी तीन जिलों में फैला हुआ है. सरायपाली, बसना, खल्लारी और महासमुंद चार विधानसभा क्षेत्र जहां महासमुंद जिले में पड़ते हैं वहीं राजिम और बिन्द्रानवागढ़ गरियाबंद ज़िले में. जबकि, कुरुद और विधानसभा सीट धमतरी ज़िले में पड़ती हैं. महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा की सीटें हैं. इनमें कांग्रेस के पास 5 सीटें हैं सरायपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद और राजिम. वहीं, बीजेपी के पास 3 विधानसभा की सीट हैं. ये हैं बिन्द्रानवागढ़, कुरुद और धमतरी.

महासमुंद की सीट 1952 के बाद से अब तक कांग्रेस 15 बार जीत चुकी है. अगर विरोधी दलों की बात करें तो 1977 में जनता पार्टी ने यहां जीत दर्ज की थी. 1998 में बीजेपी को जीत मिली, जब चंद्रशेखर साहू सांसद चुने गये. 2009 के बाद से महासमुंद की सीट बीजेपी के पास है और चंदूलाल साहू इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं. महासमुंद की सीट से अजित जोगी भी सांसद रह चुके हैं. उन्होंने यह सीट 2004 में कांग्रेस के टिकट पर जीती थी. यहां कुल मतदाता 15 लाख 15 हज़ार 747 हैं जिनमें से महिलाओँ की संख्या 7 लाख 58 हज़ार 276 है। पुरुष मतदाता 7 लाख 57 हज़ार 276. हैं.