सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। भारत सहित विश्वभर में छाई मंदी के बीच केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़ा दावा किया है कि 2020-21 के वित्तीय वर्ष में भारत की ग्रोथ रेट 6 प्रतिशत होगी. ठाकुर ने कहा कि यह सब सरकार के उठाये कदमों का नतीजा है. भारत आज स्ट्रांग ग्रोथ रेट के रूप में आकर खड़ा है. जबकि वैश्विक निकाय आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन ने मार्च 2020 में समाप्त हो रहे वित्तीय वर्ष में जीडीपी 4.9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. अनुराग ठाकुर छत्तीसगढ़ के एक दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचे हैं. जहां वे एक निजी होटल में व्यापारियों और उद्योगपतियों को संबोधित कर रहे थे.

व्यापारियों और उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्रांजेक्शन के लिए भीम यूपीआई डिजिटल प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि करोड़ों लोग फेसबुक या व्हाट्सएप्प का इस्तेमाल करते है तो डिजिटल पेमेंट में दिक्कत क्या है.

अनुराग ठाकुर ने जीएसटी को क्रांतिकारी कदम बताया. उन्होंने कहा जीएसटी लाना सरकार के लिए क्रांतिकारी कदम था. महज 2 वर्ष बाद चुनाव होने थे हम चुनाव जीतने के लिए कदम नहीं उठाते जीएसटी में बदलाव लाने का काम केंद्र सरकार नहीं जीएसटी काउंसिल करती है. साल में केवल एक बार टैक्स रेट में बदलाव किया जाना चाहिए ताकि गरीब उपभोक्ता पर फर्क ना पड़े. हमने 25 हजार करोड़ रुपए का फंड बनाया है. आजादी के बाद से 2014 तक 18 लाख करोड़ का बजट था जो बढ़कर 52 लाख करोड़ तक पहुंच गया. 63 हजार बैंकों को दे दिया. बैंकों को मजबूत करने के लिये उन्हें मर्ज करने का काम किया. पिछले 4 महीनों में 1 लाख करोड़ से ज्यादा जीएसटी का कलेक्शन हुआ है.

केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि टैक्स भरने के स्लैब में आप सुविधा मांग रहे है तो में आपसे यही कहना चाहता हूं कि आप खुद लिख कर दीजिए कि 5 स्लैब को 3 स्लैब कैसे किया जाए. गरीब उपभोक्ता पर कोई फर्क ना पड़े इसका ख्याल रखना है. मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं की सरकार ने यह कदम उठाया कि आज किसी भी ऑटोमोबाइल कंपनी में स्टॉक नहीं बचा है. सब क्लियर चल रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में पीएम किसान योजना के माध्यम से 6 हजार उनके खातों में डालने का काम किया. 70 सालों में जितने मेडिकल कॉलेज नहीं खोले गए वो हमने 5 वर्षों में खोल दिया. हम टैक्सपेयर चार्टर ला रहे है जो पहले गिने चुने देशों में ही यह था. इसमें हम कर दाताओं का सम्मान करेंगे. लोगो को इनकम टैक्स विभाग परेशान ना करे इसका ख्याल किया है लेकिन कोंग्रेस और विपक्ष से उम्मीद है कि वे सदन को चलने दें ताकि यह भी लागू किया जा सके. जानकारों का मानना है कि 2020-21 के वित्तीय वर्ष में भारत की ग्रोथ रेट 6 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है. यह सब सरकार के उठाये कदमों का नतीजा है. भारत आज स्ट्रांग ग्रोथ रेट के रूप में आकर खड़ा है.