रायपुर– भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी ने कांग्रेस नेताओं के उस शक को बेबुनियाद बताया है जो भाजपा सरकार के पूर्व मंत्री राजेश मूणत की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज होने पर जताया गया है. उन्होंने कहा कि शक के आधार पर बयानबाजी करके अपनी हवाई कल्पना को स्थापित करने के कांग्रेसी प्रयास मानसिक बीमारी का द्योतक हैं, जिसका समय रहते उन्हें इलाज करा लेना चाहिए.
भाजपा प्रवक्ता सुन्दरानी ने कहा कि अंतागढ़ मामले में पूर्व मंत्री मूणत के खिलाफ कोई सबूत नहीं है और न ही इस मामले में मूणत की संलिप्तता है. इस मामले की एसआईटी जांच के नाम पर प्रदेश सरकार के मुखिया अपने दिमागी फितूर को सच बनाने का घृणित राजनीतिक उपक्रम कर रहे हैं, जिसमें उनकी मंशा परवान नहीं चढ़ेगी और मामले में सत्य अंततः प्रकाशमान होगा. उन्होंने कहा कि हर मामले में झूठ और भ्रम फैलाकर प्रदेश सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को जिस तरह परेशान करके बदलापुर की राजनीति कर रही है, उससे न केवल संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा का हनन हो रहा है, अपितु प्रदेश सरकार के प्रति लोगों में तेजी से अरुचि और अविश्वास नजर आने लगा है.
प्रवक्ता सुन्दरानी ने कहा कि दरअसल प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ इस तरह का वातावरण बनाकर खुद को सक्रिय बताने की राजनीतिक नौटंकी कर रहे हैं, लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव में प्रदेश की जनता प्रदेश सरकार की कार्यशैली और झूठ, भ्रम व धोखाधड़ी के राजनीतिक चरित्र का माकूल जवाब देगी.