रायपुर. सीएम भूपेश बघेल ने शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस की बैठक में प्रभारी पीएल पुनिया की मौजूदगी में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को जमकर खरी खोटी सुनाई. उन्होंने पूछा कि मंजूरी मिलने के पखवाड़ेभर बाद भी बीआरओ की सूची जारी क्यों नहीं की गई ? सीएम बघेल ने कहा कि बंद कमरे में ब्लॉक अध्यक्ष तय किए जा रहे हैं. उन्होंने यह भी कह दिया कि कपटपूर्ण मंशा से इसी तरह काम किया जाता रहा तो वे पीसीसी की अगली बैठक में नहीं आएंगे.

राजीव भवन में हुई बैठक में पुनिया और प्रदेश कांग्रेस के सभी पदाधिकारी मौजूद थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के संगठन चुनाव के लिए बीआरओ की सूची को एआईसीसी ने मंजूरी दे दी है, लेकिन यह सूची अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है. कहा जा रहा है कि चुपचाप ब्लॉक अध्यक्ष तय किए जा रहे हैं. सीएम बघेल की जानकारी में कुछ पदाधिकारियों ने यह बात लाई थी.

सीएम ने भरी बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मरकाम से पूछा कि बीआरओ की सूची को अब तक मीडिया में क्यों जारी नहीं की गई? उन्होंने कहा कि यह जानकारी आ रही है कि चुनाव की प्रक्रिया पूरा किए बिना ब्लॉक अध्यक्ष के नाम तय किए जा रहे हैं. यह अच्छी स्थिति नहीं है. उन्होंने कहा कि बूथ कमेटियों की जानकारी क्यों नहीं दी जा रही है, जबकि इसके लिए विनोद वर्मा प्रभारी नियुक्त किए गए हैं.


प्रदेश प्रभारी पुनिया ने भी जताई नाराजगी
सीएम बघेल ने आगे कहा कि भवन निर्माण और अन्य विषयों को लेकर पीसीसी समन्वय क्यों स्थापित नहीं कर रही है? उन्होंने प्रदेश प्रभारी पुनिया से कहा कि आपकी मौजूदगी में बैठक में लिए गए फैसलों का पालन नहीं हो रहा है, यह आपका भी अपमान है. सीएम बघेल यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कह दिया कि यदि इसी तरह से कपटपूर्ण मंशा से काम होता रहेगा तो वे पीसीसी की अगली बैठक में नहीं आएंगे. प्रदेश प्रभारी पुनिया ने भी बघेल की आपत्तियों पर सहमति जताई और बैठक के फैसलों का क्रियान्वयन नहीं होने पर नाराजगी जताई है. सूत्रों के मुताबिक मरकाम ने अपनी तरफ से सफाई देने की कोशिश की. महामंत्री अमरजीत चावला पर भी काफी नाराज थे.