सुधीर दंडोतिया, भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज भाई दूज के अवसर पर सागर लोकसभा के सुरखी विधानसभा पहुंचे जहां उन्होंने महिलाओं की शक्ति से पूरे प्रदेश को रूबरू कराया। सुरखी में आयोजित “नारी शक्ति वंदन” कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया वालों के लिए भारत की संस्कृति बहुत बड़ा रहस्य है। दुनिया के 200 से ज्यादा देशों में भारत एकमात्र देश है जहां मातृ संस्था के आधार पर भारत माता की जय बोलते हैं। मुख्यमंत्री ने लाडली लक्ष्मी योजना पर भी कहा कि न यह आज बंद हुई और न अगले चुनाव तक होगी। यह लगातार चलते रहेगी।
मां श्रद्धा और आस्था की मूर्ति है
सीएम ने आगे कहा कि मां भगवान का साक्षात रूप है, मां श्रद्धा और आस्था की मूर्ति है। मां को देख लो तो भगवान पर अपने आप श्रद्धा बढ़ जाती है। मां आस्था का केंद्र है। मां को हमने किसी सीमा में नहीं बांधा। समूची वसुधा, पृथ्वी मां के रूप में मानी जाती है। जैसे रक्त वाहिनियां शरीर के अंदर रक्त का संचार करती हैं वैसे ही पृथ्वी पर बहने वाली नदियों को हमने मां का स्वरूप माना ये हमारा सौभाग्य है। नदियां प्रकृति से परमात्मा तक परस्पर हमें जोड़ती है, मां हमें जन्म देती है और बहन का प्यार भी मां से कम नहीं होता।
हमारा मस्तक किसी के सामने झुकता नहीं इसका आधार बहनें हैं
बहनों के माध्यम से हाथ में बांधने वाला धागा हमारी शक्ति का माध्यम बनता है। जीवन में हम अपने मस्तक को कभी किसी के सामने झुकने नहीं देते, इसका आधार हमारी बहनें होती हैं। देश में जब-जब आसुरी शक्तियों ने अपना अधिकार जमाना चाहा तो महादेव को पीछे रख कर मां रणचंडी दुर्गा ने उदाहरण प्रस्तुत किया।
दुनिया ने हमसे गिनती सीखी
सीएम ने आगे कहा कि दुनिया में कोई ऐसा देश नहीं है जो आज से 300 साल पहले तक का समय गणना जानती हो। उन्होंने गिनती भी हमसे सीखी। अभी भी उन्हें हमारे हिसाब रखने का तरीका उन्हें मालूम नहीं है। आज भी एक वर्ष के दो हिस्से – उत्तरायण और दक्षिणायण, 6-6 महीने का हिसाब जुड़ता हैं। उत्तरायण और दक्षिणायण में जब सूरज बढ़ता है, तो संक्रांति आती है। जब संक्रांति का सूरज चढ़कर अपने उत्कर्ष पर पहुंचता है तब दक्षिणायण शुरु होता है। हमारे महीने 12 और पक्ष 15- 15 दिन के होते हैं।
होली और दिवाली हमारे मंगल पर्व
हमारी तिथियां, त्योहार और व्रत का क्या महत्व है, ये दुनिया को नहीं मालूम। होली और दिवाली ये हमारे मंगल पर्व होते हैं। इसमें हमारे मंगलकामनाएं होती हैं। तिथियों की गणना के आधार पर विवाह पर मंगल मुहूर्त निकल जाते हैं। इन पर हम मंगलकामनाएं दे सकते हैं, लेकिन शुभकामनाएं नहीं दे सकते। हमारे यहां पर होली, दिवाली पर मंगलकामनाएं देने की परंपरा है।
ज्ञान, विज्ञान ये हमारी सनातन संस्कृति
ज्ञान, विज्ञान ये हमारी सनातन संस्कृति। मातृसंस्था आधारित संस्कृति है इसलिए हमारे यहां पुरुष कितना भी काम कर ले लेकिन माताजी के आधार पर घर की व्यवस्था न चले तो, घर बेकार हो जाता है। दुनिया में एकमात्र देश भारत देश है जो परिवार में एकता बनाए रखते हैं। इसलिए सारे देश और दुनिया भारत की तरफ देखते हैं। हमारे त्यौहार की तरफ देखते हैं।
हमारी संस्कृति जियो और जीने दो की
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति जियो और जीने दो की संस्कृति है जो नदी, पर्वत, पहाड़ सबसे प्रेम करना सिखाती है, सबको आगे बढ़ाती है। होली पर भी भाई दूज और दिवाली पर भी भाई दूज, ये केवल भारत में ही हो सकता है, ये हमारी संस्कृति है। होली पर रंग लगाकर, सारे बदरंग को धोने का काम करते हैं और दिवाली पर एक दीया जलाकर जीवन के सारे कष्ट दूर करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से स्वच्छता का अभियान शुरू किया, गांव गांव में सार्वजनिक शौचालय बनाने का काम किया। लंबे समय तक कांग्रेस की सरकार थी लेकिन उन्होंने कभी माताओं-बहनों के लिए नहीं सोचा। मोदी जी ने एक नहीं कई सारे विकास के कदम बढ़ाये, जिनके पास खुद का घर नहीं उन्हें पक्का आवास देने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है। आज उन्होंने गरीबों को पक्का आवास देकर 22 करोड़ परिवार के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया है।
गैस चूल्हा, पहले बड़े लोगों के पास होता था
गैस चूल्हा, पहले बड़े लोगों के पास होता था अब पीएम मोदी ने हर गरीब के घर में उज्ज्वला योजना के माध्यम से गैस चूल्हा देने का काम किया। पीएम ने महिला सशक्तिकरण के लिए काम किया और शिवराज सिंह चौहान ने इस विकास के काम को आगे बढ़ाया है।
लाडली लक्ष्मी योजना न आज बंद हुई न कल होगी
‘कांग्रेस वाले कहते थे कि लाड़ली लक्ष्मी योजना केवल चुनाव तक रहेगी, बाद में बंद हो जाएगी। पैसे नहीं हैं, इतने पैसे कहां से लाओगो? हमने तब भी कहा था और आज भी कह रहे हैं कि झूठ बोलना भाजपा वालों की पहचान नहीं है। लाड़ली लक्ष्मी योजना न तब बंद हुई, न आज बंद हुई, न अगले चुनाव तक बंद होगी। बहनों के लिए सभी योजनाएं जारी रहेंगी।’भाजपा जो कहती है उसे पूरा करती है।
पुरानी शिक्षा नीति को बदलकर, नई शिक्षा नीति 2020 लागू किया
रानी अवंतिका बाई के नाम पर विश्वविद्यालय खोलने का काम भाजपा की सरकार ने किया, रानी दुर्गावती के नाम पर जबलपुर में पहली कैबिनेट हुई। जिन लोगों ने देश के लिए कुर्बानी दी, हम उनको भूल जाएं, ये भाजपा सरकार में नहीं हो सकता। भाजपा की सरकार ने पुरानी शिक्षा नीति को बदलकर, नई शिक्षा नीति 2020 लागू किया। इस शिक्षा नीति के बलबूते पर जिन देवी देवताओं, महापुरुषों के नाम पाठ्यक्रम से अंग्रेजों ने हटाया था उन्हे जोड़ने का काम किया गया।
कांग्रेस ने हिंदू-मुसलमान को लड़ाने का हथियार बनाया था
भाजपा की सरकार ने मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू की। देवी देवताओं, महापुरुषों को पाठ्यक्रम में शामिल किए गए और भगवान श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण के जहां-जहां कदम पड़े उन स्थलों पर भी तीर्थस्थल बनाए जाने का काम किया जा रहा है। कांग्रेस के लोग भगवान श्रीराम पर भी प्रश्न उठते थे, भगवान श्रीराम के मामले को कांग्रेस ने उलझाकर रखा। हिंदू-मुसलमान को लड़ाने का हथियार बनाया था। कांग्रेस ने ना उस समय पीछा छोड़ा और आज भी कांग्रेस पीछा नहीं छोड़ रही है।
मंदिर भी वही बना और तारीख भी बताई
कांग्रेस के नेता राम मंदिर को लेकर मजाक उड़ाते हुए कहते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। उन नेताओं को अब आंख खोलकर देखना चाहिए कि मंदिर भी वही बना और तारीख भी बताई। 22 जनवरी को पूरी दुनिया ने देखा, पूरी दुनिया ने भगवान श्री राम के चरणों में सिर झुकाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 2029 से 33 प्रतिशत सीट लोकसभा और विधानसभा में बहनों के लिए आरक्षित करेंगे। उनके इस निर्णय से अब बहनों की जवाबदारी ज्यादा हो गई है।
अब तो और कमल खिलना चाहिए
अब भारतीय संस्कृति का परचम लहराना है, तो हम सबको संकल्प करना पड़ेगा। संस्कृति को समझने में बहुत सारे लोग कीचड़ फैलाते हैं, हमें इन व्यवस्थाओं में कमल खिलाना है। मैं आपको धन्यवाद देना चाहूंगा। आपके यहां तो 1996 से कमल ही खिल रहा है लोकसभा में वो भी तब जब हमारी अपनी फुल फ्लैश मेजोरिटी में सरकार नहीं थी। अब तो और खिलना चाहिए।
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