बिलासपुर. स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 में बिलासपुर नगर निगम ने अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए पूरे देश के स्वच्छ शहरों में 22 वां स्थान पाया है तथा छत्तीसगढ़ का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में शहरी कार्य आवास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आज इंदौर में आयोजित भव्य समारोह में जनवरी-मार्च 2018 के बीच भारत के सभी 4203 शहरों के मध्य कराए गए विश्व की सबसे बड़ी स्वच्छता प्रतियोगिता – स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 के संपूर्ण नतीजे घोषित किए गए जिसमें छत्तीसगढ़ के शहरों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राज्य को शहरी स्वच्छता में अग्रणी बनाकर राज्य का नाम रोशन किया है।

आज घोषित किए गए नतीजों में बिलासपुर नगर निगम ने पूरे देश में 4181शहरों को पछाड़ते हुए 4203 शहरों में देश में टॉप 25 में जगह बनाते हुए 22 वां स्थान प्राप्त किया है। बिलासपुर ने यह उपलब्धि देश के 4181 शहरों को पीछे छोड़ते हुए हासिल की है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ शहरों द्वारा किए इस प्रदर्शन पर हर्ष व्यक्त करते हुए बिलासपुर वासियों को इस उपलब्धि हेतु बधाई दी है तथा नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने इस अभूतपूर्व उपलब्धि का पूरा श्रेय स्मार्ट सिटी ‘हमर बिलासपुर’ के नागरिकों को देते हुए अपनी शुभकामनाएँ उन्हें प्रेषित की हैं।

इसे बिलासपुर नगर निगम के लिए स्मार्ट सिटी में चयनित होने के समकक्ष सबसे बड़ी उपलब्धि माना जा सकता है क्योंकि पिछले स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में भारत सरकार द्वारा एक लाख से अधिक जनसंख्या वाले कुल पाँच सौ शहरों का सर्वे किया गया था जिसमें बिलासपुर का प्रदर्शन औसत रहा था जिसमें बिलासपुर को 179वीं रैंक प्राप्त हुआ था। इस बार प्रतियोगिता और कठिन थी क्योंकि इस बार पाँच सौ शहरों के स्थान पर देश के सभी 4203 शहर भाग ले रहे थे। इतनी कठिन प्रतिस्पर्धा में भी बिलासपुर ने पिछले सर्वे की तुलना में 157रैंक की छलाँग लगाई।

छत्तीसगढ़ राज्य के ही अन्य नगर निगमों की बात करें तो बिलासपुर ने न केवल अपने पिछले प्रदर्शन को बेहतर किया अपितु राजधानी रायपुर, भिलाई, दुर्ग, राजनांदगाँव, कोरबा, जगदलपुर, रायगढ़ आदि समस्त शहरों से बेहतर प्रदर्शन किया है।

किए नए प्रयोग,एक साल के भीतर ही सुधारा प्रदर्शन

यह शहर के लिए हर्ष का विषय है कि मात्र एक साल में बिलासपुर ने नगरवासियों के सहयोग से शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का कार्य शुरू कर कचरे का वैज्ञानिक रीति से निपटान प्रारंभ किया गया। इस योजना के अंतर्गत बिलासपुर शहर से प्रतिदिन औसतन एक लाख अस्सी हज़ार किलो कचरा निगम द्वारा घर- घर से उठाया गया। इसके साथ ही ग्राम कछार में प्रदेश के पहले आर.डी.एफ एवं कॉम्पोस्ट प्लांट का निर्माण प्रारंभ किया गया. नगर निगम द्वारा प्रत्येक घर में नि:शुल्क दो-दो डस्टबिन प्रदान किए गए। स्वच्छता ऐप के माध्यम से सभी शिकायतों का समय पर निराकरण किया गया जिसमें बिलासपुर पूरे देश में प्रथम रहा था। इसके अतिरिक्त लोगों में जागरूकता लाने के लिए स्वच्छता नवरत्न, स्वच्छता सेल्फ़ी जैसे अभिनव प्रयोग करते हुए सोशल मीडिया में भी अभियान चलाया गया.जिसका नगरवासियों से अच्छा प्रतिसाद मिला।

महापौर एवं आयुक्त ने दी बधाई

महापौर किशोर राय ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल एवं शहर के सभी नागरिकों को धन्यवाद देते हुए भविष्य में भी इसी प्रकार के प्रदर्शन को दोहराने का संकल्प लिया। उन्होंने निगम आयुक्त एवं सभी निगम कर्मचारियों को प्रदर्शन हेतु बधाई देते हुए स्वच्छ सर्वेक्षण सेल को आगामी स्वतंत्रता दिवस में सम्मानित किए जाने की घोषणा भी की। इस उपलब्धि पर नगर निगम आयुक्त सौमिल रंजन चौबे ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 की घोषणा होते ही नगर निगम की टीम ने इसे एक चुनौती की तरह लिया एवं इसके लिए हमारे सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने दिन रात अथक परिश्रम किया, साथ ही शहर की जनता पहले स्मार्ट सिटी, ओडीएफ और अब स्वच्छ सर्वेक्षण में निगम का पूरा सहयोग किया जिसके लिए वह जनता के हृदय से आभारी हैं।

इस तरह से हुआ था सर्वेक्षण

स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 में भारत के सभी शहरों का विस्तृत निरीक्षण भारत सरकार द्वारा स्वतंत्र विशेषज्ञों से कराया गया जिसमें अधिकतम 4000 अंक निर्धारित किए गए। इन 4000 अंकों को भी तीन भागों में बाँटा गया जिसमें- सर्विस लेवल बेंचमार्क (1400 अंक) : शहर द्वारा संधारित दस्तावेज़ों, पिछले एक साल की सत्यापित लॉग बुक, देयक, डिज़ाइन, डीपीआर आदि हेतु निर्धारित किए गए। बिलासपुर नगर निगम द्वारा गत वर्ष में किए गए कार्यों के दस्तावेज़, फ़ोटो, न्यूज़पेपर कटिंग, लॉग बुक आदि बेहतर रूप से प्रस्तुत किए गए एवं कुल पैंतीस किलो दस्तावेज़ दिल्ली से आई टीम को प्रस्तुत किए गए।

स्वतंत्र भौतिक सत्यापन (1200 अंक) : भारत सरकार द्वारा भेजे गए स्वतंत्र विशेषज्ञों द्वारा शहर का भ्रमण जीपीएस से प्राप्त अक्षांश-देशांश के आधार पर किया जाकर उसे स्वच्छता के विभिन्न पैमानों पर आँकलित कर सॉफ़्टवेर के माध्यम से दिल्ली भेजा जाता था एवं उस आधार पर अंक दिए जाते थे। इस भाग में टीम द्वारा शहर के तीन हज़ार से अधिक स्थानों की तस्वीर सॉफ़्टवेयर में अपलोड की गयी एवं उनके द्वारा बिलासपुर नगर निगम द्वारा किए गए कार्य को उत्कृष्ट स्तर का मूल्याँकन दिया गया। सिटीजन फ़ीड्बैक (1400 अंक) : भारत सरकार के दल द्वारा बिलासपुर शहर के कुल 3245 लोगों का फ़ीड्बैक लिया गया जिसमें लगभग सभी नागरिकों द्वारा गत वर्षों की तुलना में शहर की सफ़ाई व्यवस्था, विशेषकर घर घर से कचरा उठाने वाली स्वच्छ भारत की गाड़ी, की तारीफ़ की गयी।