शशि देवागंन,राजनांदगांव. राजनांदगांव जिला प्रशासन ने स्वीप अभियान के अंतर्गत दिव्यांगजनों के लिए मतदाता जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. जहां इस कार्यक्रम में दिव्यांग सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए भड़क गए. कहने लगे आज सरकार हमें दिव्यांग मान रही है. इसके बाद भी सरकार दिव्यांगजनों को मिलने वाली सरकारी लाभ से वंचित रख रही है. उन्हें सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है जिससे दिव्यांग आक्रोशित हो गए औऱ हंगामा करने लगे. दिव्यांगों को जिला प्रशासन के कर्मचारी हाथ जोड़कर बनाने में लगे रहे कि आप शांत हो जाइये.

जिला प्रशासन चुनाव की तारीक तय होने के बाद स्वीप अभियान के अंतर्गत मतदाता जारूकता कार्यक्रम कर रहे है. उसी कडी में आज गौरवपथ स्थित पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर आडिटोरियम हाल में दिव्यांगजनों का मतदाता जागरूकता कार्यक्रम एंव कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें जिले भर से 2 हजार से अधिक दिव्यांग महिला, पुरूष सहित युवाओं ने कार्यशाला में मतदाता जागरूकता अभियान में शामिल हुए और मतदान करने की सारी प्रकिया को समझे. साथ ही राजनांदगांव के कलेक्टर ने दिव्यांगजनों को अपने मतदान का सही उपयोग कर मतदान करने और आप-पास के लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित करने के लिए शपत दिलाई. दिव्यांगजनों को मतदान करने के लिए मतदान केन्द्र में जाने के लिए वील चेयर और केन्द्र में पीने का पानी, शौचालय, डायलेट की व्यवस्था रहेगी. जिसके कारण दिव्यांगजनो की मतदान करने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी.

दिव्यांगजनों का मतदाता जागरूकता कार्यशाला में आये जिले के 2 हजार से अधिक दिव्यांगजानों ने कार्यशाला में पहुंचकर मतदान करने का प्रशिक्षण लिया. वहीं आधे से अधिक दिव्यांगजनों का सरकार के नीति और नीयत पर हुस्सा फूटा और कार्यक्रम में हंगामा मचाया. जिस पर जिला प्रशासन के कर्मचारी उन दिव्यांजनों को हाथ जोड़कर मनाने की कोशिश करते रहे.

वहीं दिव्यांगजनों के मतदाता कार्यशाला में पहुंचे ठेलकाठीह से आये समलीया दास खैरे पिछले तीन साल पहले उनका बाय हाथ कट गया है और अपनी दिव्यांग होने की प्रमाण पत्र पंचायत में जमाकर चूका है और वह दिव्यांग की श्रेणी में आता है. सरकार भी दिव्याग मानती है जिसके बाद उन्हे पेंशन से वंचित कर रखा है जिसके लिए समलीया दास 3 वर्षो से लगातार सरकारी दफ्तर के चक्कर काट रहे है. लेकिन आज तक दिव्यांग पेंशन नहीं मिलाना शुरू हुआ है. वहीं राजनांदगांव जिले के ग्राम भवरमरा से आये रामकुमार गुप्ता ने बताया की वह बच्पन से आंख से दिव्यांग है और उसका 90 प्रतिशत दिव्यांग प्रमाण पत्र बना है लेकिन 38 वर्ष होने के बाद भी आज तक दिव्यांग पेंशन नहीं मिल रही है.

जागरूकता मतदाता कार्यशाला में आये सैकड़ों से अधिक दिव्यांगजनों का कहना है जब सरकार एक तरफ हमें दिव्यांग मानती है और आज दिव्यांजनों का मतदाता जागरूकता कार्यक्रम एंव कार्यशाला में बुलाकर मतदान का सही प्रयोग करने और आसपास के लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित करने का प्रशिक्षण दे रहे है. वही दूसरी तरफ सरकार हमें दिव्यांग मानने के बाद भी सरकार दिव्यांगजनों को मिलने वाली सरकारी लाभ से वंचित कर रखा है. सरकारी लाभ ना मिलने के कारण इन दिव्यांगजनों को आर्थिक, मासिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ रह है. इसी विषय को लेकर आज जागरूकता कार्यशाला में दिव्यांगजनो ने हंगामा मचाते हुए सरकार को दोहरी नीति करने का आरोप लगाकर सरकार के खिलाफ आक्रोशित हो दिखे.