शिवा यादव, सुकमा। आंध्र प्रदेश के खतरनाक स्‍ट्रेन N440K से छत्तीसगढ़ में खतरा बढ़ गया है. कई गुना ज्यादा संक्रामक इस कोरोना म्यूटेंट की वजह से कलेक्टर विनीत नंदनवार ने जिले में दाखिल होने के लिए अब आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है.

जिले के सभी चेक पोस्ट को अलर्ट कर दिया गया है. बॉर्डर पर चौकसी बरतने के सख्त निर्देश दिए गए हैं. यदि कोई व्यक्ति जिले में प्रवेश करता है, तो उसे 72 घंटे के भीतर कोरोना की आरटी-पीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. तभी जिले में भीतर आने की अनुमति मिलेगी. यह नियम बस सहित सभी निजी वाहनों में आने वाले यात्रियों पर लागू होगा.

सुकमा कलेक्टर विनीत नंदनवार ने कहा कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की सीमाएं सुकमा के कोंटा बॉर्डर में मिलती है. यही से होकर अन्य जिलों में प्रवेश किया जाता है. आंध्र म्यूटेंट को देखते हुए किसी भी व्यक्ति को 72 घंटे के भीतर कोरोना आरटी-पीसीआर की निगेटिव के बिना एंट्री नहीं दी जाएगी. जिसके पास रिपोर्ट नहीं है, उसका आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाएगा.

कलेक्टर ने कहा कि किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई तो उसका अलग से इलाज किया जाएगा. निगेटिव रिपोर्ट लेकर आते हैं, तो उसकी पड़ताल की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस स्ट्रेन को छत्तीसगढ़ में फैलने से रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सीमा पर सभी वाहनों की चेकिंग की जा रही है. पुलिस और प्रशासन की पूरी टीम काम पर लगी हुई है.

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बता दें कि हैदराबाद के डेंगगुड़ापारा से बस्तर के लोहंडीगुड़ा पहुंचे एक मजदूर की आइसोलेशन सेंटर में मौत हो गई है. आंध्र प्रदेश के खतरनाक कोरोना स्ट्रेन होने की आशंका पर मजदूर की मौत के बाद तत्काल पत्र के जरिए जिला प्रशासन को उसकी सारी जानकारी दी गई. इसके साथ ही मृतक का कोरोना सैंपल भुवनेश्वर भेजा गया है, जहाँ से दिल्ली भेजा जाएगा, जहां से वेरिएंट की पुष्टि होगी.

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