नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से निपटने और दिल्ली वालों को तत्काल राहत देने के लिए अपने मंत्रियों और अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में एक हफ्ते तक सभी स्कूल बंद रहेंगे और सभी सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम रहेगा. सरकारी दफ्तरों के कर्मचारी इमरजेंसी कॉल पर उपलब्ध रहेंगे. प्राइवेट दफ्तरों को भी वर्क फ्रॉम होम के लिए एडवाइजरी भेजी जाएगी. साथ ही 17 नवंबर के बीच सभी निर्माण गतिविधियां बंद रहेंगी. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर हालात अधिक खराब होते हैं, तभी केंद्र सरकार समेत सभी एजेंसियों को भरोसे में लेकर यह कड़ा कदम उठाएंगे. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों से उम्मीद करता हूं कि हम सब लोग मिलकर प्रदूषण की समस्या से अच्छे से निपटेंगे. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि प्रदूषण बढ़ने की वजह से इमरजेंसी जैसे हालात बन गए हैं, इसलिए दिल्ली में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान अगले सप्ताह बंद रहेंगे.

गैस चैंबर में तब्दील होती दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी समेत अन्य राज्यों में पराली जलाने की बढ़ी घटनाएं

30 सितंबर तक दिल्ली की हवा लगभग साफ थी, इसके बाद से दिल्ली में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है- केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में प्रदूषण काफी बढ़ा है. एयर क्वालिटी इंडेक्स का डेटा दिखाता है कि 30 सितंबर तक दिल्ली की हवा लगभग साफ थी. एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 के नीचे था, जो संतोषजनक (सटिसफैक्टरी रेंज) दायरा माना जाता है. वहीं, 30 सितंबर के बाद से लगातार दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. दिल्ली के आसपास के राज्यों में किसान मजबूर होकर जो पराली जलाता है और उसका धुआं दिल्ली में आ रहा है, उसकी वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है. यह समय एक-दूसरे पर ऊंगली उठाने का नहीं है और हमारा वह मकसद भी नहीं है. इस वक्त दिल्ली सरकार का और दिल्ली के लोगों का मकसद यह है कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण बढ़ने की वजह से जो इमरजेंसी जैसे हालात बन गए हैं, उससे कैसे निपटा जाए और अपने दिल्ली के लोगों राहत कैसे पहुंचाई जाए, अपने दिल्ली के बच्चों को राहत कैसे पहुंचाई जाए, ताकि वो साफ सांसें ले सकें.
केजरीवाल सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उठा रही पांच कड़े कदम
उल्लेखनीय है कि दिवाली के बाद दिल्ली में बढ़े प्रदूषण को नियंत्रित करने को लेकर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 9 नवंबर को दिल्ली सचिवालय में संबंधित विभागों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की थी. इस बैठक में दिल्ली की जनता को प्रदूषण से यथा शीघ्र राहत प्रदान करने के लिए 5 सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया गया था. बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, दिल्ली के अंदर के प्रदूषण को कम करने के लिए 11 नवंबर से 11 दिसंबर तक एंटी ओपन बर्निंग कैंपेन चलाया जाएगा, जिसकी शुरुआत हो चुकी है. इसकी 10 विभागों को जिम्मेदारी दी गई है. इन विभागों ने 550 टीमें गठित की हैं, जिसमें 304 टीमें दिन में और 246 टीमें रात में पेट्रोलिंग कर ओपन बर्निंग के मामलों को रोकेंगी. इसके अलावा, संबंधित विभागों को दिल्ली में डीजल जेनसेट व कोल भट्ठियां बंद करने, पार्किंग फीस बढ़ाने, मेट्रो व बस के फेरे बढ़ाने और आरडब्ल्यूए से गार्डों को हीटर दिलाने के निर्देश दिए गए हैं. दिल्ली में एंटी डस्ट कैंपेन का दूसरा चरण 12 दिसंबर तक चलाया जाएगा. साथ ही, दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में 114 की जगह अब 400 टैंकर से पानी का छिड़काव किया जाएगा. साथ ही, 20 नवंबर तक दिल्ली सरकार 4 हजार एकड़ खेतों में पराली गलाने के लिए बायो डि-कंपोजर घोल के छिड़काव का काम पूरा कर लेगी.