पश्चिम बंगाल के नादिया में एक युवती ने दूसरे धर्म के युवक से शादी करने पर उसके परिवार ने उसका पिंडदान कर दिय। परिवार के लोग उसके इस फैसले को स्वीकार नहीं कर सके और युवती के चाचा ने उसका अंतिम संस्कार कर सारे रिश्ते को तोड़ दिया। इस दौरान लड़की की सारी तस्वीरें, कपड़े, किताबें और महत्वपूर्ण दस्तावेज आग में जला दिए गए। परिवार ने घोषणा किया की लड़की उनके लिए मर चुकी है।

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क्या है पूरा मामला ?

जानकारी के अनुसार अनुसार युवती प्रथम वर्ष की छात्रा है। वह नादिया के ही एक युवक के साथ लंबे समय से प्रेम संबंध में है। लड़का मुस्लिम धर्म का है। इस वजह से युवती के परिवार के लिए इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे। इस बीच परिजनों ने उसकी शादी तय कर दी। युवती जब अपने परिवार वालों को मनाने में नाकाम रही तो उसने भागकर शादी करने का निर्णय लिया।

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पहले भी भाग चुकी थी घर से

लड़की की मां ने कहा, “उसने हमारा भरोसा तोड़ा है। अब वो मेरी बेटी नहीं रही। इसलिए मैं उसका अंतिम संस्कार कर रही हूं।” लड़की की मौसी ने कहा, “वह तीन महीने पहले लड़के के साथ भाग गई थी। हम उसे वापस घर ले आए। तब वो ठीक थी। लेकिन वो फिर भाग गई और उसी लड़के से शादी कर ली। इस बार हम उसे वापस नहीं लेंगे। लड़की हमारे लिए मर गई। इसलिए हमने उसका अंतिम संस्कार कर दिया।”

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इजराइल में काम करते है पिता

लड़की के पिता इजराइल में काम करते हैं। ईरान-इजराइल संघर्ष के कारण वे घर वापस नहीं आ पा रहे हैं। उनकी अनुपस्थिति में लड़की के चाचा ने अंतिम संस्कार किया। उन्होंने कहा, “हमने पुजारी को बुलाया और धार्मिक नियमों के अनुसार उसकी तस्वीर पर माला चढ़ाकर अंतिम संस्कार किया।” उन्होंने कहा, लड़की हमारे प्यार और सम्मान को नहीं समझती थी। वह हमारी बेटी नहीं है।

स्थानीय पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें घटना के बारे में पता चला है। लेकिन इस संबंध में किसी की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। चूंकि लड़की बालिग है, इसलिए हमारे लिए कोई कार्रवाई करना संभव नहीं है।”

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