नई दिल्ली। चीन में कोरोना के मामलों में आई अचानक बढ़ोतरी ने भारत सरकार को अलर्ट मोड पर डाल दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिव्यू मीटिंग के बाद सक्रिय हुई सरकारी मशीनरी के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों से वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सप्लाई की मशीनें दुरुस्त रखने को कहा है.
मांडविया ने राज्यों से 27 दिसंबर को अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं की मॉक ड्रिल करने के लिए कहा है. खासकर ऑक्सीजन प्लांट और वेंटिलेटर को लेकर राज्यों को आगाह किया. गौरतलब है कि 2020-21 में इन दो चीजों की भारी कमी हुई थी. ऐसे में केंद्र सरकार इन व्यवस्थाओं को पुख्ता रखना चाहती है.
चीन-जापान के यात्रियों पर कड़ी नजर
एक तरफ राज्य सरकारों को कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर आगाह किया गया है, वहीं दूसरी ओर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन, जापान, साउथ कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया है. इन देशों के किसी भी यात्री में कोविड-19 के लक्षण पाए जाने, या टेस्ट पॉजिटिव पाए जाने पर क्वारैंटाइन किया जाएगा.
बूस्टर डोज लगाने की मची होड़
बता दें कि चीन में बढ़ते मामलों ने केवल सरकार को ही नहीं बल्कि लोगों को भी अलर्ट कर दिया है. मास्क लगाना भूल चुके लोग मास्क लगाने लगे हैं, वहीं सर्दी-खांसी और बुखार होने पर टेस्ट कराने के साथ-साथ वैक्सीन का बूस्टर डोज ले रहे हैं. पिछले 24 घंटों में देश में 201 नए कोरोना केस सामने आए हैं, वहीं 183 लोग ठीक हुए हैं.
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