COVID-19: चीन में फिर से कोरोना वायरस तांडव मचा रहा है. हर रोज लाखों की संख्या में मरीज बढ़ते ही जा रहे है. आलम तो ये है कि, अस्पतालों में अब बेड तक खाली नहीं है. श्मशान घाट में लाशों का ढ़ेर लगा हुआ है. इस स्थिति को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है. ऐसे में एयरपोर्ट पर चौकसी बढ़ा दी गई है. साथ ही यात्रा से लौटने पर कोविड का टेस्ट अनिवार्य रूप से कराने के निर्देश दिए गए हैं.

बता दें कि, कोरोना काल बनकर लोगों को निगल रहा है. भारत में ऐसी स्थिति ना हो उसको लेकर सरकार सतर्क हो गई है. वहीं यूपी के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने प्रदेश भर में अलर्ट जारी किया है. उन्होंने कहा है कि, स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग जांच से लेकर उपचार तक की व्यवस्था शुरू करें. साथ ही एयरपोर्ट पर चौकसी बढ़ा दी जाए. संक्रमण प्रभावित देशों की यात्रा से लौटे लोगों की जांच कराने के भी निर्देश दिए गए हैं. इतना ही नहीं कोरोना पॉजिटिव मरीजों की जिनोम सीक्वेंसिंग कराई जाए, ताकि वायरस के वैरिएंट का पता लगाया जा सके.

बुधवार को उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने प्रदेश के सभी सीएमओ और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण प्रभावित देश से आने वाले यात्रियों की जांच सुनिश्चित की जाए. जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाए, जिससे नए वैरिएंट का सटीक पता लगाया जा सके. सर्दी-जुकाम और बुखार समेत अन्य लक्षण वाले यात्रियों को चिन्हित करें. कोविड संदिग्ध के नमूने लेकर जांच कराई जाए. साथ ही विदेश यात्रा से लौटे लोगों को होम आईसोलेशन में रहने की सलाह दी जाए. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग विदेश की यात्रा से लौटे लोगों की सूची बनाएं. 12 से 14 दिन तक उनकी सेहत का हाल लें. किसी भी तरह की परेशानी होने पर उन्हें उपचार उपलब्ध कराया जाए.

अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि, जांच और उपचार के इंतजाम सुनिश्चित करें. कोविड संक्रमितों की भर्ती की व्यवस्था करें. ऑक्सीजन से लेकर आरटीपीसीआर, सीटी स्कैन, एक्सरे, पैथोलॉजी की जांच से जुड़े संसाधनों की पर्याप्त व्यवस्था कर लें. मास्क, पीपीई किट व ग्लब्स आदि भी पर्याप्त मात्रा में जुटा लें. उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की व्यवस्था करें और सर्तक रहें.