David Lawrence died: इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज डेविड लॉरेंस अब इस दुनिया में नहीं रहे. लीड्स टेस्ट के बीच उनका निधन हो गया है. उन्होंने 61 साल की उम्र में आखिरी सांस ली.
David Lawrence Died: इंग्लैंड और भारत के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स में चल रहा है. मैच के तीसरे दिन एक दुखद खबर सामने आई है. इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज डेविड लॉरेंस ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. 61 साल की उम्र में इस दिग्गज का निधन हो गया. लॉरेंस का करियर छोटा रहा, लेकिन उन्होंने अपनी क्रिकेट जगत में खास पहचान बनाई थी. ये वही लॉरेंस हैं, जिनका करियर एक चोट की वजह से ज्यादा लंबा नहीं चला, अगर वो चोटिल नहीं होते तो घरेलू क्रिकेट में 500 से ज्यादा विकेट लेने वाला ये दिग्गज आज इंग्लैंड के सबसे सफल नामी बॉलर्स में शुमार होता है.
मोटर न्यूरॉन रोग से जूझते हुए निधन
बताया गया है कि लॉरेंस पिछले कुछ समय से मोटर न्यूरॉन बीमारी से जूझ रहे थे. उनके परिवार ने बयान में कहा ‘हमें दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि डेविड लॉरेंस का मोटर न्यूरॉन रोग से लड़ते हुए निधन हो गया है, वह क्रिकेट मैदान के अंदर और बाहर एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे.’
घरेलू क्रिकेट में बड़ा नाम थे डेविड (David Lawrence Died)
डेविड लॉरेंस ने ग्लूस्टरशायर के लिए 1980 और 1990 के दशक में घरेलू क्रिकेट खेला. अपनी तेज गेंदबाजी से उन्होंने बल्लेबाजों को काफी परेशान किया था. मैदान पर उनकी आक्रामक शैली और मैदान के बाहर उनका दोस्ताना स्वभाव सभी को प्रिय था. उनके निधन की खबर ने सभी फैंस को रुला दिया है. डेविड लॉरेंस के निधन से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई है. साथी खिलाड़ियों और फैंस ने सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी.
लॉरेंस का इंटरनेशनल करियर
तेज गेंदबाज डेविड लॉरेंस ने इंग्लैंड के लिए 1988 में डेब्यू किया और आखिरी मैच 1992 में खेला था. 5 टेस्ट में 18 विकेट निकाले थे. एकलौते वनडे में 4 शिकार उनके नाम हैं. फर्स्ट क्लास में 515 जबकि लिस्ट ए में 155 विकेट लिए थे. वो घरेलू क्रिकेट में ग्लूस्टरशायर का बड़ा नाम थे.
एक चोट ने डुबो दिया था करियर (David Lawrence Died)
डेविड लॉरेंस दाएं हाथ के तेज गेंदबाज थे. उन्होंने साल 1988 में डेब्यू किया था और आखिरी मैच साल 1992 में खेला था. एक बार न्यूजीलैंड के दौरे खेले गए टेस्ट मुकाबले के दौरान उन्हें घुटने में चोट लगी थी, यह चोट उनका करियर ले डूबी. चोट के चलते ही उनका इंटरनेशनल करियर 1992 में खत्म हो गया था.
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