स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी नियमित जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) ने भारत और वेस्टइंडीज (IND vs WI)के बीच मंगलवार को खेले गए तीसरे और निर्णायक वनडे में तबड़तोड़ 51 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली. तीन मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में भारत की प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बनाने वाले सैमसन को आखिरी दोनों मैच में मौका मिला. काफी समय बाद टीम में वापसी कर रहे दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने दूसरे वनडे मैच में निराश किया लेकिन निर्णायक मुकाबले में आतिशी हाफ सेंचुरी लगाई. हालांकि, मैच के बाद सैमसन का दर्द छलक ही गया.

बता दें कि, मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में बातचीत करते हुए सैमसन ने भारत में क्रिकेट खेलने को चुनौती भरा बताया है. उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेटर (Indian Cricketer) बनना बिल्कुल आसान नहीं है. भारतीय क्रिकेटर होना चुनातीपूर्ण है. मैंने पिछले 8-10 वर्षों से घरेलू क्रिकेट खेल रहा हूं. यह आपको अलग-अलग पोजिशन पर बल्लेबाजी करने की समझ देता है. आपको बल्लेबाजी करने की पोजिशन नहीं बल्कि यह देखना होता है कि कितने ओवर आपको मिलते हैं. उसके मुताबिक आपको तैयार होना होता है.

अपनी पारी के बारे में 28 वर्षीय इस खिलाड़ी ने कहा कि मैदान पर थोड़ा समय बिताना काफी अच्छा महसूस होता है. सैमसन ने कहा कि थोड़े रन स्कोर करो और अपने देश को कुछ दो. मेरे पास अलग-अलग गेंदबाजों के लिए अलग योजनाएं थी. मैं अपने पैरों का इस्तेमाल करना चाहता था और गेंदबाजों की लेंथ पर हावी होना चाहता था. मैच की बात करें तो भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 351 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की पूरी टीम 35.3 ओवर में 151 रनों पर ढेर हो गई. वनडे सीरीज के बाद भारतीय टीम हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) की कप्तानी में गुरुवार से शुरू हो रहे पांच मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज खेलने उतरेगी. भारतीय टी20 टीम में सैमसन को भी मौका मिला है.

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