महासमुंद. छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 72 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है, जिसके बाद अब राजनीतिक गलियारों में इन दिनों महासमुंद विधानसभा को लेकर खूब चर्चा चल रही है. ऐसा कयास लगाए जा रहा है कि महासमुंद से निर्दलीय विधायक विमल चोपड़ा की भाजपा में घर वापसी हो सकती है.
सूत्रों के मुताबिक निर्दलीय विधायक विमल चोपड़ा ने भाजपा में शामिल होने के लिए आवेदन दिया है. जिससे यदि भाजपा उनकों टिकट देती है तो वो भाजपा में शामिल होकर इस बार चुनाव लड़ सकते है. बताया जा रहा है कि विमल चोपड़ा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर भाजपा में शामिल हो सकते है.
फोन पर हुई बातचीत में कहा
हालांकि उसने हमारे संवाददाता द्वारा इस संबंध में फोन पर विमल चोपड़ा से बात करने पर उन्होंने इस बात से किनारा कर लिया. उन्होंने कहा कि ये सब अफवाह है इस बात की कोई जानकारी नहीं है. उनसे जब सवाल पूछा गया कि सोशल मीडिया में चंद्राकर द्वारा चर्चा की जा रही है कि विमल चोपड़ा यदि भाजपा में प्रवेश करते है तो वो अपने 500 कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी से इस्तीफा दे देंगे. जिस पर उन्होंने कहा कि यदि वो ऐसा करते है तो मैं उनसे अच्छे मजबूत औऱ जमीनी स्तर के 15 हजार कार्यकर्ता खड़ा कर सकता हूं. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि उनका भाजपा में घर वापसी हो सकता है.
विमल का कार्यकर्ता कर सकते है खुला विरोध
विमल चोपड़ा के भाजपा में शामिल होने और महासमुंद से प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा राजनीतिक गलियारों में खूब की जा रही है. जिसके बाद इस विधानसभा से दावेदारी कर रहे पूर्व राज्य मंत्री और वर्तमान में प्रदेश के किसान मोर्चा के अध्यक्ष पूनम चंद्राकर और उनके कार्यकर्ताओं द्वारा उनका खुला विरोध करने की बात सामने आ रही है.
सोशल मीडिया में छिड़ा घमासान
सोशल मीडिया में चल रहे अफवाहों की माने तो भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा विमल चोपड़ा के भाजपा में शामिल होने पर खुला विरोध करेंगे. भाजपा पार्टी ने उन्हें तीन बार पार्टी से निष्कासित कर चुकी है. इसके बाद तो अब उन्हें पार्टी में वापस रखने का तो सोचना भी नहीं चाहिए. ऐसा सोशल मीडिया में घमासान छिड़ा हुआ है.
2013 में 6 हजार वोटों से मिली थी हार
बता दें कि पूनम चंद्राकर महासमुंद विधानसभा और खल्लारी विधानसभा के लिए लगातार विधायक के लिए दावेदारी कर रहे हैं. पिछले विधानसभा में भी इन्होंने दावेदारी की थी, लेकिन अब खबर आ रही है कि मौजूदा निर्दलीय विधायक विमल चोपड़ा जो पहले खुद ही भाजपा के कार्यकर्ता थे. लेकिन टिकट ना मिलने के कारण वो पिछली बार निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़े और जीत भी दर्ज की थी. 2013 में चुनाव में पूनम चंद्राकर 6 हजार वोटों से हार गए थे. ऐसे में इस विधानसभा से भाजपा की ओर से पूनम चंद्राकर अपना दावेदारी ठोकना चाह रहे हैं.