चंडीगढ़. इंडी गठबंधन दुष्टिकरण की राजनीति करते हुए ओबीसी आरक्षण को मुसलमानों में बांटना चाहता है. बंगाल, केरल और कर्नाटक जैसे बड़े राज्यों में ओबीसी आरक्षण में मुसलमानों को शामिल कर पिछड़े वर्ग के हक पर डाका डाला जा रहा है.
पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस चाहे अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों दल इंडी गठबंधन का हिस्सा हैं. ऐसे में शंका है कि यह दल पंजाब में भी ओबीसी आरक्षण में मुलसमानों को शामिल कर पिछड़ी जातियों का आरक्षण कम करेंगे.
यह कहना है कि पंजाब भाजपा प्रवक्ता एसएस चन्नी का. उन्होंने कहा कि ममता सरकार द्वारा जारी ओबीसी प्रमाण पत्रों से करीब 5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. एसएस चन्नी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की तर्ज पर आंध्र प्रदेश, केरल और कर्नाटक में ओबीसी कोटा मुसलमानों को दिया जा रहा है. सवाल यह है जब बाबा साहेब ने धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया तो कांग्रेस का इंडी गठबंधन इसे क्यों दे रहा है.
भाजपा मीडिया प्रमुख विनीत जोशी ने कहा कि देशभर में कांग्रेस और आप मिलकर चुनाव लड़ रही है लेकिन पंजाब में अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं. ऐसे में इंडी गठबंधन पंजाब के लोगों को भरोसा दिलाए कि अगर इंडी गठबंधन की सरकार बनती है तो क्या वह ओबीसी आरक्षण में कोई बदलाव नहीं करेगी या मुसलमानों को ओबीसी श्रेणी में शामिल नहीं करेगी. जोशी ने कहा कि यह निश्वित है कि इंडी गठबंधन पंजाब के अंदर भी ओबीसी आरक्षण को छीनकर कर मुसलमानों को देने की पूरी कोशिश करेगी
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