पटना। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने मीडिया से बातचीत के दौरान साफ कहा कि बिहार में बदलाव की बयार चल चुकी है और जनता की उम्मीदें अब INDIA गठबंधन से जुड़ चुकी हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में आगामी चुनावों में INDIA गठबंधन सभी सीटों पर मिलकर ऐसा उम्मीदवार उतारेगा जो जीत की क्षमता रखता हो। कांग्रेस नेता ने कहा कि गठबंधन की रणनीति साफ है सीटों का बंटवारा सिर्फ संख्या के आधार पर नहीं बल्कि जीत की संभावना और जनता के बीच विश्वसनीयता को देखते हुए किया जाएगा।
झूठे वादे नहीं, असली मुद्दों पर होगी लड़ाई
राजेश राम ने जोर देकर कहा कि बिहार की राजनीति को अब झूठे वादों से नहीं असली मुद्दों से दिशा दी जाएगी। हमारी प्राथमिकताएं बिल्कुल स्पष्ट हैं शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा। हम बिहार की राजनीति को इन तीन मूलभूत जरूरतों पर केंद्रित करेंगे। राजेश राम ने यह भी आरोप लगाया कि अब तक की सरकारें जनता को गुमराह करने वाले वादों के दम पर सत्ता में आईं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस काम नहीं हुआ।
हर परिवार को सुरक्षित भविष्य
कांग्रेस नेता ने अपने संबोधन में पार्टी के संकल्प दोहराते हुए कहा कि कांग्रेस चाहती है कि हर बच्चे को बेहतर शिक्षा मिले, हर युवा को सम्मानजनक रोजगार मिले और हर परिवार को सुरक्षित और गरिमामय जीवन जीने का अधिकार मिले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ सत्ता की राजनीति नहीं करती बल्कि सामाजिक न्याय और विकास की राजनीति में विश्वास रखती है।
बिहार में INDIA गठबंधन से मजबूत विकल्प की उम्मीद
कांग्रेस नेता के इस बयान से साफ है कि INDIA गठबंधन बिहार में एक मजबूत और संगठित चुनौती पेश करने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि जनता अब विकल्प चाहती है और INDIA गठबंधन वही विकल्प बनकर उभरेगा। उन्होंने भरोसा जताया कि बिहार की जनता अब समझ चुकी है कि असली विकास किन दलों के एजेंडे में है। उन्होंने कहा कि बिहार को झूठे वादों और खोखले नारों से नहीं ठोस नीतियों और ज़मीनी काम से बदलाव की जरूरत है।
68 सीटों पर प्रत्याशी चयन की तैयारी
बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने राज्य की 68 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के चयन के लिए व्यापक सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार यह सर्वे जमीनी स्तर पर जनता की राय, स्थानीय मुद्दों और संभावित उम्मीदवारों की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। सर्वे के आधार पर मजबूत और जीतने वाले उम्मीदवारों को टिकट देने की रणनीति बनाई जा रही है। कांग्रेस इस बार संगठनात्मक मजबूती और स्थानीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए टिकट वितरण में पारदर्शिता लाना चाहती है। सर्वे रिपोर्ट के विश्लेषण के बाद ही अंतिम सूची तैयार की जाएगी। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि सही उम्मीदवार चयन से पार्टी को राज्य में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।
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