दिल्ली। इस समय पूर्वी लद्दाख में स्थित एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर है। ऐसे में दोनों देश इसे हर हालत में खत्म करना चाहते हैं। इसी कड़ी में दोनों देशों की कमांडर लेवल की बातचीत में कई मुद्दों पर सहमति बनी है।
अब सीमा पर जारी तनाव में कमी लाने के लिए भारत और चीन अग्रिम मोर्चे पर अपने और सैनिकों को नहीं भेजेंगे। दोनों देश एलएसी पर किसी तरह के एकतरफा बदलाव से भी बचेंगे। दोनों देश ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचेंगे, जिससे सीमा पर हालात और जटिल हो। दोनों देशों की सेनाओं ने एक साझा बयान जारी कर इन फैसलाें के बारे जानकारी दी।
दरअसल, भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच सीमा पर जारी तनाव को कम करने के लिए लगभग 14 घंटे की छठे दौर की मैराथन बैठक हुई। कोर कमांडर स्तर की बातचीत के बाद भारतीय सेना की ओर से जारी साझा बयान में कहा गया है कि दोनों देश जमीनी स्तर पर संवाद को और मजबूत बनाने पर भी सहमत हुए हैं। साथ ही दोनों पक्ष गलतफहमियोंं से बचते हुए अपने नेताओं के बीच बनी सहमति को ईमानदारी से लागू करने पर भी सहमत हुए। बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच सातवें दौर की सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत जल्द से जल्द होगी।