स्पोर्ट्स डेस्क। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच की शुरुआत हो चुकी है जहां पहले दिन का खेल भी खत्म हो चुका है और पहले दिन टीम इंडिया के गेंदबाजों का जलवा देखने को मिला. मेलबर्न में खेले जा रहे सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. पहले बल्लेबाजी करते हुए दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 195 रन पर ही सिमट गई, जिसके जवाब में टीम इंडिया ने भी अपनी पहली पारी में पहले ही दिन 36 रन बना लिए हैं. टीम इंडिया के भी एक बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके हैं.

ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम 195 रन पर ढेर हो गई. ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे ज्यादा रन मार्नस लबुसगने ने बनाया 48 रन बनाए. इसके बाद ट्रेविस हेड ने 38 रन बनाए. मैथ्यू वेड ने 30 रन बनाए. कंगारुओं की ओर से कोई भी बल्लेबाज अर्धशतकीय पारी नहीं खेल सका, एक तरह से कहा जाए तो टीम इंडिया के गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला.

टीम इंडिया की गेंदबाजी

टीम इंडिया के गेंदबाजों की बात करें तो पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने जहां सबसे ज्यादा 4 विकेट निकाले उमेश यादव हालांकि विकेट हासिल नहीं कर सके फिरकी गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने 3 विकेट हासिल किए. रविंद्र जडेजा ने एक विकेट लिया और मोहम्मद सिराज जो कि अपना डेब्यू टेस्ट मैच खेल रहे हैं उन्होंने भी दो विकेट हासिल किए.

पहले दिन टीम इंडिया की बल्लेबाजी

पहले दिन अपनी पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत भी हालांकि अच्छी नहीं रही और मयंक अग्रवाल बिना खाता खोले ही आउट हो गए. जब टीम का स्कोर जीरो था हालांकि इसके बाद शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा ने पारी को संभाला. शुभमन गिल दिन का खेल खत्म होने तक 38 गेंद में 28 रन बनाकर नाबाद हैं. अपनी पारी में 5 चौके लगाए हैं तो वहीं चेतेश्वर पुजारा 23 गेंद में 7 रन बनाकर नाबाद हैं. इन्होंने भी अपनी पारी में 1 चौके लगाए हैं.

दूसरे दिन इन पर रहेगी नजर

आप जब दूसरे दिन का खेल शुरू होगा तो टीम इंडिया के बल्लेबाजों पर सबकी नजर टिकी होगी क्योंकि अगर भारतीय टीम के बल्लेबाज बेहतर प्रदर्शन कर जाते हैं और एक बड़ी बढ़त मैच की पहली पारी में ही हासिल कर लेते हैं तो निश्चित तौर पर टीम इंडिया एक मजबूत पोजीशन पर पहुंच सकती है लेकिन इसके लिए टीम के बल्लेबाजों को बड़ी साझेदारियां करनी होंगी और स्कोर को बड़ा करना होगा जो कि आसान काम नहीं है.