India Become Developed Country by 2047. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए चार पहलुओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है. ये पहलू हैं बुनियादी ढांचा, निवेश, नवाचार और समावेशन. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारत के पास आवश्यक संसाधन हैं.
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उन्होंने कहा कि निवेशकों के हित में सरकार द्वारा कई सुधारों के साथ, भारत में एक बड़ी युवा आबादी है और अर्थव्यवस्था की जरूरतों के अनुसार उन्हें कौशल प्रदान करने से लाभ होगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने के लक्ष्य के साथ चार अलग-अलग पहलुओं पर जोर दिया गया है. हम (पहले) बुनियादी ढांचे पर बहुत जोर दे रहे हैं. पिछले 3 से 5 वर्षों में बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए सार्वजनिक व्यय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और 2023-24 में यह आंकड़ा 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा.
उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ निवेश (दूसरा) पर भी जोर दिया जा रहा है. ऐसे में सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों की भागीदारी बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों को भी महत्व दिया गया है.
सीआईआई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सीतारमण ने कहा, हम सार्वजनिक निवेश और निजी निवेश दोनों की तलाश कर रहे हैं. इसके लिए अनुकूल माहौल बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि तीसरी प्राथमिकता इनोवेशन है. जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम करने के साथ-साथ सरकार ने अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों को निजी उद्यमियों के लिए खोल दिया है.
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि इन सभी प्राथमिकताओं के साथ-साथ समावेशन की भी जरूरत है. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि हम जो कुछ भी कर रहे हैं, उसका लाभ भारत के हर वर्ग को मिले.