कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। जिस उम्र में बच्चे अपने दादा दादी की गोद में अठखेलियां करते हैं उस उम्र में ग्वालियर की महज 5 साल की बेटी परिजा खान ने अनोखा रिकॉर्ड बनाते हुए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड 2022 में अपना नाम दर्ज कराया है। परिजा का रिकॉर्ड पानी के जहाज से सबसे कम उम्र महज 3 वर्ष 5 महीने में दुनिया घूम लेने का है। हाल ही में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने परिजा को प्रशस्ति प्रमाण पत्र, मेडल और पेन के साथ रिकॉर्ड बुक भेजी है, जिसके चलते परिजा के चेहरे पर तो मुस्कान है ही उसके माता-पिता के साथ ग्वालियर का मान भी बढ़ गया है।

दरअसल ग्वालियर की डीबी सिटी में रहने वाले शाहिद रजा खान मर्चेंट नेवी में कैप्टन है। परिवार में उनकी पत्नी सायमा और 5 साल की बेटी प्रजा के अलावा उम्रदराज मां साथ में रहती है। परिजा का जन्म 16 नवंबर 2016 को हुआ था। परिजा जब 1 साल की हुई तो वह अपने माता पिता के साथ टूर पर जाने लगी क्योंकि मर्चेंट नेवी में वरिष्ठ अधिकारियों को अपने परिवार को साथ में टूर पर ले जाने की इजाजत होती है। इसलिए परिजा को भी जाने में परेशानी नहीं हुई। महज 8 माह की उम्र में वह अपनी मां सायमा के साथ पहली समुद्री यात्रा पर निकली थी। यह यात्रा दुबई से भारत की थी। इसके बाद यात्राओं का जो दौर शुरू हुआ उसने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा दिया।

एक नजर उनकी यात्राओं पर
भारत में सबसे कम उम्र महज़ 3 वर्ष 5 महीनो में दुनिया की परिक्रमा,
-परिजा ने अपना पहला कदम चलना समुद्री जहाज पर ही सीखा,
-44 देशों और 110 अंतरराष्ट्रीय शहरों की यात्रा.
-भूमध्य रेखा , मध्याह्न रेखा – देशांतर 0º, अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा -180° डिग्री याम्योत्तर को पार किया

दुनिया की परिक्रमा 360 डिग्री

21 महीनो की समुद्री यात्रा के साथ सभी माहासागर जिनमे अटलांटिक महासागर, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, भूमध्य सागर, ताइवान सागर, पीला सागर औऱ पनामा नहर को पार किया। नन्ही सी उम्र में इन यात्राओं के बारे में जब परिजा के माता पिता ने अपने मित्रों के बीच बताया तो उनकी सलाह पर परिजा की इस उपलब्धि को रिकॉर्ड के रूप में दर्ज कराने के लिए पिता शाहिद ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में आवेदन किया। जिसके बाद जब इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की ज्यूरी ने इसकी जांच पड़ताल की और परखा। उसके बाद नन्ही परिजा को यह उपलब्धि हासिल हुई। रिकॉर्ड बनाने पर नन्ही परिजा बेहद खुश है।

वहीं परिजा के माता पिता अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे है, उन्होंने बताया कि समुद्री यात्रा के दौरान कई दौर ऐसे आते हैं जब जान हलक में आ जाती है लेकिन उस वक्त भी नन्ही परिजा ने समुद्री तूफानों के अलावा सभी चुनौतियों का डटकर सामना किया। महज 5 साल की उम्र में जो रिकॉर्ड कायम किया है उसको जब वह बड़ी होकर देखेगी और समझेगी तो वह खुद पर गर्व महसूस कर पाएगी।

गौरतलब है कि इतनी कम उम्र में इतना बड़ा रिकॉर्ड बनाने पर परिजा के स्कूल, रहने वाली सोसाइटी के अलावा शहर भर के लोग सोशल मीडिया सहित घर जाकर उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं।

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