नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है. जितना तेजी से संक्रमित सामने आ रहे हैं. उतनी ही तेजी से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. हालात ये हो गए हैं कि स्वास्थ्य संसाधन की कमी पड़ गई है. अब खबर ये है कि इंडियन कोरोना B.1.617 वैरिएंट अन्य देशों में भी फैल गया है. इस वैरिएंट की अब तक 44 देशों में पुष्टि हो चुकी है.

B.1.617 वैरिएंट ज्यादा खतरनाक

स्वास्थ्य एजेंसी का मानना है कि भारत में तेजी से बढ़ते संक्रमण के मामलों के पीछे B.1.617 वैरिएंट है. भारत के अलावा ब्रिटेन में इस वैरिएंट के सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज मिले हैं. भारत में बीती मार्च के बाद से ही संक्रमण के मामलों का ग्राफ तेजी से ऊपर जाने लगा था.

44 देशों में फैला इंडियन वैरिएंट

डब्ल्युएचओ ने कहा कि कोरोना का B.1.617 वैरिएंट ‘डब्ल्युएचओ के सभी 6 क्षेत्रों में 44 देशों से’ एक ओपन एक्सेस डेटाबेस में अपलोड हुए 4500 से ज्यादा सैंपल्स में पाया गया है. यह वेरिएंट वायरस के ओरिजिनल वेरिएंट की तुलना में अधिक फैल रहा है.

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इसकी संक्रमण क्षमता अधिक

कोरोना पर काम कर रही डब्ल्यूएचओ की वैज्ञानिक मारिया वान केरखोव ने कहा था कि कोरोना का B.1.617 वेरिएंट का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसकी जानकारी उपलब्ध हैं. डब्ल्यूएचओ के अनुसार भारत के B.1.617 वैरिएंट वायरस की संक्रमण क्षमता बहुत ज्यादा है.

क्या है डबल म्यूटेशन ?

डबल म्‍यूटेशन’ तब होता है, जब वायरस के दो म्‍यूटेटेड स्‍ट्रेन्‍स मिलकर एक तीसरा स्‍ट्रेन बनाते हैं, भारत में जो ‘डबल म्‍यूटंट’ वैरिएंट है, वो E484Q और L452R म्‍यूटेशंस का कॉम्बिनेशन है. E484Q और L452R को अलग से वायरस को और संक्रामक व कुछ हद तक वैक्‍सीन से इम्‍युन पाया गया है.

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