अमेरिका और वेस्टइंडीज में 1 जून से शुरू हुए टी20 वर्ल्ड कप 2024 में ग्रुप स्टेज के अब तक कुल 15 मुकाबले खेले जा चुके हैं. इस दौरान फैंस को कई बड़े उलटफेर देखने को मिल गए हैं, वर्ल्ड कप शुरु होने से पहले किसी भी फैन ने सोचा नहीं होगा, कुछ ऐसा इस वर्ल्ड कप में देखने को मिला है. टूर्नामेंट में बड़ी टीमों के लिए चिंता बढ़ती जा रही है। वहीं छोटी टीमें उन पर हावी होती नजर आ रही है। पहले अमेरिका ने भारत के चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर बड़ा उलटफेर किया, तो वहीं अब अफगानिस्तान की टीम ने आज न्यूजीलैंड की टीम को 84 रनों से हराकर एक और बड़ा उलटफेर कर दिया है. अफगानी टीम की इस जीत के बाद दूसरी बड़ी टीमें उसे हलके में बिलकुल भी नहीं लेना चाहेगी. अफगानिस्तान की इस कामयाबी के पीछे भारत का भी अहम योगदान है. आइए जानते है इस बारे में.

  1. देहरादून और नोएडा में हुई अफगान टीम की ट्रेनिंग

बता दें कि जब अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम ने क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा था, तब भारत ने उनकी काफी मदद की थी. भारतीय बोर्ड ने अफगानी टीम को प्रैक्टिस के लिए देहरादून और नोएडा स्टेडियम में आमंत्रित किया था. जिसके बाद अफगानिस्तान क्रिकेटरों और अफगानिस्तान क्रिकेट को काफी बढ़ावा मिला. यानी हम कह सकते हैं अफगानिस्तान क्रिकेट आज विश्व स्तर पर जहां पहुंची है उसका पूरा श्रेयस भारतीय क्रिकेट बोर्ड को भी जाता है. अफगानिस्तान क्रिकेट में शुरुआत से ही भारतीय कनेक्शन रहा है.

  1. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL)

बता दें कि आज के मैच में अफगानिस्तान ने पहली बार T20I में न्यूजीलैंड को हराया है. इस जीत के बाद अफगानिस्तान की टीम अब विश्व क्रिकेट में एक ऐसी टीम बन गई जो किसी भी बड़ी टीम को हरा सकती है. अफगानिस्तान की टीम के पऱफॉर्मेंस में आए बदलाव का सबसे बड़ा कारण इंडियन प्रीमियर लीग है. इस लीग में अफगानी टीम के 8 से 10 खिलाड़ी लगातार पार्टिसिपेट कर रहे है. राशिद खान, मोहम्मद नबीं, नूर अहमद, नवीन उल हक, गुरबाज जैसे कई खिलाड़ीयों ने अपने खेल से सभी को काफी प्रभावित भी किया है. आईपीएल में खेलने की वजह से न सिर्फ इन खिलाड़ियों के खेल में निखार आया है बल्कि, ये खिलाड़ी पूरी तरह से आत्मविश्वास से भर गए है. इसका उदाहरण अब बड़े टूर्नामेंट में भी देखने को मिल रहा है.

  1. तालिबान को पसंद है क्रिकेट

‘तालिबान’ की हुकूमत वाले अफगानिस्तान में क्रिकेट को काफी पसंद किया जाता है. अमेरिका के देश से जाने के बाद तालिबान ने क्रिकेट को लेकर कोई पाबंदी नहीं लगाई है बल्कि खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने की भरपूर छूट दी है जाती है. यही कारण है कि अफगानिस्तान के खिलाड़ी विश्व स्तर पर अपने परफॉर्मेंस से अपनी पहचान बना रहे हैं.

  1. अफगानिस्तान के लिए ‘गुरु द्रोण’ साबित हुए अजय जडेजा

भारत में आयोजित वनडे वर्ल्ड कप में भारत के पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा अफगानी टीम के सलाहकार बने थे. उनका अनुभव अफगानिस्तान के लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ. अजय जडेजा अफगानिस्तान क्रिकेट के लिए ‘गुरु द्रोण’ की तरह है. बतौर मेंटर जडेजा ने अफगानी खिलाड़ियों को फील्ड-पिच से लेकर गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग तक हर एक पहलुओं पर बात की और उन्हें गाइड किया। जिसका फायदा टीम को हुआ है. आज अफगानिस्तान की टीम जहां पहुंची है उसका पूरा श्रेय ‘इंडियन कनेक्शन’ को जाता है.

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