लखनऊ. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को राजधानी में आयोजित मुख्य न्यायाधीशों के 26वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने विश्व के प्रति भारत की जिम्मेदारी को लेकर बातें कही. उन्होंने कहा कि भारत विश्व समुदाय के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूर्ण रूप से निभाता है.

राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की संस्कृति, नीति और व्यवहार तीनों मिलकर दुनिया को यह संदेश देते हैं कि शांति और न्याय अलग-अलग शब्द नहीं, बल्कि एक ही मूल्य के दो पूरक पहलू हैं. भारत ने बार-बार यह सिद्ध किया है कि वह केवल विचार प्रस्तुत नहीं करता, बल्कि उन पर पूरी निष्ठा से अमल भी करता है.

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रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि हमारी सेना, हमारा राजनयिक तंत्र और हमारा प्रशासन सभी ने यह प्रमाणित किया है कि भारत विश्व समुदाय के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूर्ण रूप से निभाता है. भारत ने हमेशा अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का सम्मान किया है और बहुपक्षवाद को एक मूल्य के रूप में स्वीकार किया है। दुनिया के किसी भी हिस्से में संकट आया, तो भारत अपने तन-मन-धन से सहायता के साथ वहां उपस्थित रहा है। भारत की नीति स्पष्ट है न्याय केवल नियम नहीं, धर्म है; शांति केवल नीति नहीं, परंपरा है; और वैश्विक सद्भाव केवल कूटनीति नहीं, बल्कि संस्कृति है।