बेतिया। भारत-नेपाल सीमा पर नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। मंगलवार को 47वीं बटालियन एसएसबी सिकटा के जवानों ने बलथर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाते हुए करोड़ों रुपये मूल्य की चरस जब्त की। यह कार्रवाई खुफिया सूचना के आधार पर की गई।
कीमत करोड़ों में आंकी जा रही
रक्सौल के सहायक कमांडेंट अविनाश पटेल के नेतृत्व में एसएसबी और बलथर पुलिस ने सोनरा टोला गांव के समीप पिलर संख्या 410/1 के पास सघन चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान दो संदिग्ध भारतीय युवकों को पकड़ा गया। तलाशी में उनके पास दो पीले थैलों में छिपाकर रखे गए 60 पैकेट चरस बरामद किए गए, जिनका वजन 62.666 किलोग्राम निकला। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है।
लालगढ़ के दो तस्कर गिरफ्तार
गिरफ्तार युवकों की पहचान बेतिया जिले के लालगढ़ गांव निवासी सोनू कुमार (23) और रमेश चौधरी (33) के रूप में हुई है। उनके पास से एक मोटरसाइकिल और 16,500 नकद भी जब्त किए गए। जांच में पता चला कि यह खेप नेपाल से भारत में तस्करी कर लाई गई थी और बेतिया में सप्लाई की जानी थी। पूछताछ में दोनों ने नेपाल स्थित ड्रग हैंडलर्स से अपने संबंधों का खुलासा किया है।
एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज
बलथर थानाध्यक्ष लालदेव दास ने बताया कि आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया जारी है। एसएसबी और पुलिस अब गिरोह के बाकी सदस्यों और सप्लाई चैन की तलाश में जुटी है।
सीमा पर बढ़ी सतर्कता
एसएसबी अधिकारियों ने बताया कि सीमा क्षेत्र में तस्करी रोकने के लिए लगातार गश्त और इंटेलिजेंस बेस्ड ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। इसी सख्ती का नतीजा है कि इतनी बड़ी मात्रा में चरस की खेप पकड़ी जा सकी। अधिकारियों का कहना है कि तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने के लिए आगे भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे।
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