भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति के टैरिफ कटौती वाले दावे काे खारिज कर दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने दावा किया था कि, भारत (India) अपने टैरिफ में कटौती करने के लिए तैयार हो गया है. ट्रंप के इस बयान पर भारत सरकार का जवाब आ गया है. वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल सोमवार को संसदीय समिति को इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अमेरिका (United States) के साथ टैरिफ को लेकर अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है. इस पर बातचीत जारी है.

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वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया दावों के बारे में विदेश मामलों की संसदीय समिति को बताया, जिसमें कहा गया था कि भारत अपने शुल्क को ‘काफी कम’ करने के लिए सहमत हो गया है.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत टैरिफ कटौती पर सहमत हो गया है. हालांकि, अब सरकार ने इसकी पोल खोल दी है. भारत के वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि किसी को भी ट्रंप के दावों और मीडिया रिपोर्टों पर भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि दोनों ही देशों के बीच समझौते पर बातचीत अभी भी जारी है.

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बर्थवाल ने संसदीय समिति को बताया कि भारत ने अमेरिका के साथ व्यापार शुल्क के मोर्चे पर किसी भी तरह की प्रतिबद्धता नहीं जताई है. इस दौरान कई सांसदों ने बर्थवाल से अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता पर सवाल पूछे. उन्होंने ने संसदीय समिति से कहा कि व्यापार वार्ता के दौरान भारत के हितों का ध्यान रखा जाएगा. भारत मुक्त व्यापार के पक्ष में है और व्यापार का उदारीकरण चाहता है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने में मदद मिलेगी.

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जानकारी के मुताबिक एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा और टीएमसी की सागरिका घोष जैसे कुछ विपक्षी सांसदों ने वाणिज्य सचिव से पारस्परिक टैरिफ पर सवाल किए पूछा कि भारत सीमा शुल्क पर अमेरिकी कदमों को लेकर मेक्सिको और कनाडा की तरह अपनी आवाज क्यों नहीं उठा रहा है.

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इसके जवाब में बर्थवाल ने कहा कि दोनों मामलों की तुलना नहीं की जा सकती है क्योंकि अमेरिका के उनके साथ सुरक्षा संबंधी चिंताएं और बॉर्डर इमिग्रेशन संबंधी मुद्दे हैं. वाणिज्य सचिव ने संसदीय समिति से कहा कि भारत, अमेरिका के साथ एक ‘पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौते’ पर हस्ताक्षर करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि भारत ऐसे उद्योगों की रक्षा करेगा जो उसकी घरेलू अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं.

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