प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की साख दुनियाभर में मजबूत हुई है। मोदी सरकार आने के बाद से भारत की तमाम रैंकिंग में सुधार हुआ है। अब विश्व यात्रा और पर्यटन परिषद (WTTC) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2024-25 में भारत विश्व की शीर्ष 10 सबसे बड़ी पर्यटन अर्थव्यवस्थाओं में आठवें स्थान पर पहुंच गया है। यह उपलब्धि भारत की कोविड-19 महामारी के बाद की तेज रिकवरी और पर्यटन क्षेत्र में हुए व्यापक विकास का प्रमाण है। रिपोर्ट में बताया गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका $2.36 ट्रिलियन के योगदान के साथ दुनिया की सबसे बड़ी पर्यटन अर्थव्यवस्था बना हुआ है, जबकि चीन $1.3 ट्रिलियन के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके बाद जर्मनी, जापान, यूनाइटेड किंगडम जैसे देश हैं। भारत ने इस सूची में जापान, फ्रांस जैसे देशों को पीछे छोड़ते हुए आठवां स्थान हासिल किया है।
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बता दें कि, पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही तरह की यात्रा में जबरदस्त वृद्धि हुई है। 2024 में विदेशी पर्यटकों ने लगभग 3.10 लाख करोड़ रुपये खर्च किए, जो महामारी से पहले के स्तर से भी ऊपर है। घरेलू यात्रियों का खर्च 15.5 लाख करोड़ रुपये रहा, जो 2019 की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है। WTTC का अनुमान है कि 2025 तक यह खर्च 3.2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। भारत की पर्यटन अर्थव्यवस्था का देश की जीडीपी में योगदान 2024 में 6.6 प्रतिशत करीब ₹21 लाख करोड़ रहा, जो 2025 में 22 लाख करोड़ से ऊपर जाने की उम्मीद है। विशेषज्ञों के अनुसार, 2035 तक यह क्षेत्र ₹42 लाख करोड़ की आर्थिक वैल्यू तक पहुंच सकता है और लगभग 6.4 करोड़ लोगों को रोजगार देगा।
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चीन-अमेरिका को पछाड़कर भारत ने आर्थिक समानता का रचा इतिहास
प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी विजन से पिछले एक दशक में लागू हुईं सरकारी योजनाओं की बदौलत भारत ने आर्थिक समानता के मामले में अमेरिका और चीन को भी पछाड़ दिया है। देश में इनकम इक्वालिटी जी-7 और जी-20 देशों से भी बेहतर है। विश्व बैंक की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले एक दशक के बीच भारत में असमानता में उल्लेखनीय कमी आई है, जिससे यह वैश्विक स्तर पर चौथा सबसे अधिक समानता वाला देश बन गया है। इस वैश्विक उपलब्धि के पीछे मोदी सरकार की योजनाएं, नीतियां और जनहितकारी निर्णय हैं। रिपोर्ट में असमानता में कमी का श्रेय पिछले एक दशक के दौरान अपनाई गई विभिन्न सरकारी योजनाओं को दिया है। समानता की माप करने वाले ‘गिनी इंडेक्स’ में भारत ने पहली बार चौथा स्थान हासिल किया है। गिनी इंडेक्स किसी देश की आबादी में आय वितरण को मापकर समानता का स्तर निर्धारित करता है। गिनी इंडेक्स में भारत की अच्छी रैंकिंग कोई संयोग नहीं है, बल्कि यह मोदी सरकार की लगातार गरीब कल्याण की योजनाओं से गरीबी कम करने में मिली सफलता का नतीजा है।
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QS World Future Skills Index में भारत का जलवा
क्यूएस वर्ल्ड फ्यूचर स्किल्स इंडेक्स- QS World Future Skills Index ने भारत को भविष्य की मांग वाली नौकरियों, जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डिजिटल और ग्रीन टेक्नोलॉजी के लिए प्रमुख बाजार बताया गया है। 16 जनवरी, 2025 को जारी QS World Future Skills Index की ताजा रिपोर्ट की ‘फ्यूचर ऑफ वर्क’ श्रेणी में भारत ने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। भारत ने इसमें 99.1 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया है। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के बाद भारत दूसरा देश है, जहां के युवाओं को AI, डिजिटल तकनीक और ग्रीन सेक्टर जैसे उच्च मांग वाले क्षेत्रों में सबसे योग्य माना गया है। रिपोर्ट में भारत की वर्कफोर्स को सबसे अधिक पेशेवर और सक्षम माना गया है और कहा है कि भारत की वर्कफोर्स आधुनिक तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर काम कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्यूएस वर्ल्ड फ्यूचर स्किल्स इंडेक्स में डिजिटल कौशल के मामले में भारत को दूसरा स्थान मिलने पर खुशी जाहिर की है। क्यूएस क्वाक्वेरेली साइमंड्स लिमिटेड के सीईओ और प्रबंध निदेशक नुंजियो क्वाक्वेरेली की पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा है कि ‘यह देखकर खुशी होती है! पिछले दशक में, हमारी सरकार ने हमारे युवाओं को ऐसे कौशल से लैस करके उन्हें मजबूत बनाने पर काम किया है जो उन्हें आत्मनिर्भर बनने और धन अर्जित करने में सक्षम बनाते हैं। क्यूएस वर्ल्ड फ्यूचर स्किल्स इंडेक्स से प्राप्त जानकारियां समृद्धि और युवा सशक्तिकरण की दिशा में हमारी यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।’
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नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स में टॉप 50 देशों में भारत
भारत नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स 2024 (NRI- एनआरआई) में 11 स्थान की छलांग लगाकर 49वें पायदान पर पहुंच गया है। एनआरआई रैंकिंग में भारत पिछले साल 2023 में 60वें स्थान पर था। अमेरिका के वाशिंगटन डीसी स्थित पोर्टुलन्स इंस्टीट्यूट की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत ने ना सिर्फ रैंकिंग में सुधार किया है, बल्कि अपने पिछले साल के स्कोर 49.93 को इस साल 2024 में 53.63 कर लिया है।
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