Asia Cup 2025: भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव के बीच बीते 8 मई को सीजफायर का ऐलान किया गया था। हालांकि दोनों देशों के बीच तनाव अब भी बरकरार है, जिसका असर अब क्रिकेट के मैदान पर भी देखने को मिल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस साल एशिया कप से हटने का मन बना लिया है।
बता दें कि मौजूदा समय में पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नक़वी एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष हैं। वे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन भी हैं। BCCI के एक सूत्र ने बताया है कि भारत की टीम उस टूर्नामेंट में नहीं खेल सकती जिसका आयोजन एसीसी कर रहा है और जिसका हेड पाकिस्तान का एक मंत्री है। यह पूरे देश की भावना है। हमने एसीसी को बता दिया है कि हम महिला इमर्जिंग एशिया कप से हट रहे हैं और आगे भी उनके आयोजनों में हमारी भागीदारी रुकी रहेगी। हम भारत सरकार के साथ लगातार बात कर रहे हैं।
वहीं, जहां तक सितंबर में भारत की मेजबानी में निर्धारित मेन्स एशिया कप के आयोजन का सवाल है, तो इस पर अंतिम फैसला जल्द ही एसीसी की बैठक में लिया जाएगा।
BCCI के फैसले से रद्द हो सकता है टूर्नामेंट

गौरतलब है कि अगले साल टी20 वर्ल्ड कप है, इसलिए इस बार का एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला जाना था। टूर्नामेंट में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान इन पांच देशों के अलावा UAE, हांगकांग और ओमान की टीमें भी खेलने वाली थीं, जिन्होंने ACC मेन्स प्रीमियर कप में टॉप 3 में रहकर क्वालीफाई किया था। यह माना जा रहा है कि एशिया कप के ज्यादातर स्पॉन्सर भारत से हैं, इसलिए भारत के नहीं खेलने पर ब्रॉडकास्टर पीछे हट सकते हैं और यह टूर्नामेंट रद्द भी हो सकता है।
2023 में हाईब्रिड मॉडल पर खेला गया था एशिया कप

2023 में एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान को सौंपी गई थी। भारतीय टीम ने पाकिस्तान में जाकर खेलने से मना कर दिया था, जिसके बाद हाईब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट खेला गया। इसके तहत भारत के मैच श्रीलंका में करवाए गए थे। फाइनल भी श्रीलंका में खेला गया था। पाकिस्तान की टीम फाइनल में नहीं पहुंच पाई थी। भारत ने 10 विकेट से श्रीलंका को हराकर खिताब जीता था। एशिया कप के बाद वनडे वर्ल्ड कप और फिर इस साल फरवरी में चैंपियंस ट्रॉफी भी ‘हाईब्रिड मॉडल’ पर खेली गई थी। भारत के मैच दुबई में खेले गए थे।
BCCI के फैसले से PCB की कमाई पर पड़ा बड़ा असर

गौरतलब है कि BCCI ने साफ कर दिया है कि भारत अब पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेलेगा। इस बायकॉट से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की कमाई पर बड़ा असर पड़ा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की ICC और एशिया कप में भागीदारी से PCB को प्रति चक्र 165–220 करोड़ रुपये तक की आय होती थी।
चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भी हुआ तगड़ा नुकसान
पाकिस्तान की मेजबानी में इस साल आयोजित चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भारत के इनकार और बारिश के चलते मैच रद्द होने के कारण PCB को लगभग 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। टिकट बिक्री, ब्रॉडकास्ट और डिजिटल कमाई में भारी गिरावट आई। साथ ही, भारतीय दर्शकों की अनुपस्थिति से पाकिस्तानी खिलाड़ियों की ब्रांड वैल्यू, स्पॉन्सरशिप और ग्लोबल एक्सपोजर पर भी नकारात्मक असर पड़ा है।
भारत के ACC टूर्नामेंट्स से हटने का प्रभाव पूरे एशियाई क्रिकेट इकोसिस्टम पर पड़ सकता है, क्योंकि यह काफी हद तक भारतीय बाजार पर निर्भर है। 2015 से 2023 तक एशिया कप ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से ACC ने लगभग 1.9 बिलियन डॉलर की कमाई की थी, जिसमें भारत की भूमिका अहम थी। इस बार भारत के हटने से यह आय भी प्रभावित होगी।
जानिए कैसा है एशिया कप का रेवेन्यू मॉडल?

एशिया कप में ब्रॉडकास्टिंग और स्पॉन्सरशिप से होने वाली कमाई का 15-15% हिस्सा भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान को मिलता है, जबकि बाकी 25% एसोसिएट और अफिलिएटेड देशों को दिया जाता है। हालांकि BCCI अपना हिस्सा एसोसिएट देशों में बांट देता है, जिससे उसका खुद का नुकसान सीमित है। लेकिन श्रीलंका और अफगानिस्तान जैसे सहयोगी बोर्डों की मदद के लिए BCCI को नए समाधान तलाशने होंगे, जो हमेशा BCCI के साथ खड़े रहते हैं।
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