India-UK Free Trade Agreement: पीएम नरेंद्र मोदी यूनाइटेड किंगडम (यूके) के दो दिवसीय यात्रा पर लंदन पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री का लंदन में भव्य स्वागत किया गया। भारतीय प्रवासियों में इस मौके पर काफी उत्साह दिखा। पीएम की इस यात्रा में दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए- फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) पर होने वाली डील पर सभी की निगाहें टिकी हुई है। FTA (Free Trade Agreement) को लेकर दोनों देशों के बीच 3 साल से ज्यादा समय तक बातचीत चली, जो अब जाकर पूरी हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एग्रीमेंट के मसौदे की लीगल प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
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पीएम मोदी के साथ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी ब्रिटेन यात्रा पर हैं। FTA से जुड़ी बातचीत में उनका प्रमुख रोल है। इससे पहले 6 मई को दोनों देशों के बीच डील फाइनल हुई थी। भारत और यूके के बीच होने वाले इसे FTA को भारतीय कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। अब इसे ब्रिटिश संसद से अप्रूवल मिलना बाकी है। इसमें 6 महीने से 1 साल तक का वक्त लग सकता है। तो चलिए जानते हैं ‘फ्री ट्रेड एग्रीमेंट’ से दोनों देशों को क्या फायदा होगा और इससे कि न लोगों पर प्रभाव होगा?
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FTA के तहत भारत-यूके ने वर्ष 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके 120 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा है। एग्रीमेंट साइन होने के बाद भारत के लेदर, फुटवियर, टेक्सटाइल, खिलौने, जेम्स एंड ज्वेलरी जैसे लेबर-इंटेंसिव प्रोडक्ट्स पर UK में एक्सपोर्ट टैक्स खत्म हो जाएगा। वहीं ब्रिटिश व्हिस्की, कार जैसे प्रोडक्ट्स भारत में सस्ते हो जाएंगे। डील के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार 2030 तक 120 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही दोनों देशों में डिजिटल, इंजीनियरिंग, मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में नए रोजगार की उम्मीद है।
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दोनों देशों के बीच एग्रीमेंट से ये सामान सस्ते हो सकते हैं-
- कारें: ब्रिटेन की लग्जरी कारें जैसे जगुआर लैंड रोवर अब कम दाम में मिल सकती है।
- स्कॉच व्हिस्की और वाइन: इंग्लैंड से आने वाली शराब और वाइन पर टैरिफ कम होगा, जिससे ये पहले से सस्ती मिलेंगी।
- फैशन और कपड़े: ब्रिटेन से आने वाले ब्रांडेड कपड़े, फैशन प्रोडक्ट्स और होमवेयर भी सस्ते हो सकते हैं।
- फर्नीचर और इलेक्ट्रिकल सामान: ब्रिटेन से आने वाला फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स और इंडस्ट्रियल मशीनरी अब कम कीमत पर मिल सकती है।
- ज्वेलरी और रत्न: भारत के रत्न और आभूषण ब्रिटेन में सस्ते बिकेंगे, जिससे ब्रिटेन में भारतीय कस्टमर्स के लिए प्रोडक्ट्स सस्ते हो सकते है।

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भारत को फ्री ट्रेड डील से क्या फायदा होगा?
इस डील से इंडियन एक्सपोर्ट को बूस्ट मिलेगा और जॉब भी क्रिएट होंगे। वित्त वर्ष 24 में 12.9 बिलियन डॉलर यानी 1.12 लाख करोड़ रुपए की वैल्यू का मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट भारत ने यूके को किया था। इस डील से भारत को 2030 तक 1 ट्रिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। डेवलप्ड मार्केट तक पहुंच भी बढ़ेगी।
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FTA पर क्या बोले ब्रिटिश प्रधानमंत्री
कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाला ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement – FTA) पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर ने कहा कि यह ब्रिटेन के लिए रोजगार और आर्थिक विकास के लिहाज से एक बड़ी जीत है। इस समझौते से कपड़े, जूते और खाद्य उत्पाद सस्ते हो जाएंगे क्योंकि इन पर लगने वाले टैक्स (टैरिफ) में कटौती की जाएगी। स्टार्मर ने कहा कि करीब 6 बिलियन पाउंड (लगभग 63,000 करोड़ रुपये) के निवेश और व्यापारिक सौदों पर सहमति बनी है। इसमें भारतीय कंपनियों का ब्रिटेन में विस्तार और ब्रिटिश कंपनियों का भारत में नए मौके हासिल करना शामिल है।
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घटेगा टैरिफ, बढ़ेगा ट्रेड
ब्रिटेन के बिजनेस एंड ट्रेड विभाग के मुताबिक, भारत में ब्रिटिश उत्पादों पर औसतन 15% का टैक्स घटकर सिर्फ 3% रह जाएगा. ब्रिटेन से सॉफ्ट ड्रिंक, कॉस्मेटिक, कार, मेडिकल उपकरण जैसी चीजें भारत भेजना आसान होगा। व्हिस्की पर टैरिफ 150% से घटकर पहले 75%, फिर 10 साल में 40% तक आ जाएगा। इससे ब्रिटिश शराब निर्माताओं को बड़ा फायदा मिलेगा। भारत-ब्रिटेन कुल व्यापार में 39% की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, यानी 2040 तक 25.5 बिलियन पाउंड का इजाफा।
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घरेलू शराब कंपनियों को कॉम्पिटिशन मिलेगा
इस समझौते के कारण यूके से आने वाली व्हिस्की भारत में कम कीमत पर उपलब्ध होगी, जो दुनिया का सबसे बड़ा व्हिस्की बाजार है। हालांकि इस डील के बाद उन घरेलू शराब कंपनियों को कॉम्पिटिशन मिलेगा, जो प्रीमियम अल्कोहल मार्केट में तेजी से आगे बढ़ रही हैं।स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन के सीईओ मार्क केंट ने इस डील को ‘ट्रांसफॉर्मेशनल’ बताया और कहा, “यूके-भारत फ्री ट्रेड एग्रीमेंट एक पीढ़ी में एक बार होने वाला सौदा है और दुनिया के सबसे बड़े व्हिस्की बाजार में स्कॉच व्हिस्की एक्सपोर्ट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।
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