दिल्ली। चीन पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब भारत ने भी चीन को उसके ही अंदाज में समझाना शुरू किया है।
चीन सीमा विवाद खत्म करने को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिख रहा है। जिसके बाद भारत ने भी चीन से निपटने के लिए अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। इस नई रणनीति के तहत भारत, चीन के साथ कूटनीतिक बातचीत तो करेगा लेकिन एलएसी पर अपने आक्रामक तेवरों में कोई कमी नहीं आने देगा। भारत ने अब चीन को सख्त संदेश दे दिया है कि वह एलएसी पर किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है।
भारतीय रक्षा सूत्रों के मुताबिक, लद्दाख से जुड़े एलएसी पर शुरू हुए विवाद पर चीन ने दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति का सम्मान नहीं किया। उसकी निगाहें एलएसी से जुड़े उन विवादित इलाकों पर थीं, जिस पर दोनों देशों के बीच नोमेंस जोन बनाने पर सहमति दी। चीन की मंशा बातचीत दौरान ऐसे इलाकों पर अपना कब्जा करने की थी। इसे भांपते हुए भारत ने अपनी ओर से रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण ऐसी चोटियों पर अपनी स्थिति मजबूत करने की योजना बनाई है। जिसके तहत ही भारत ने रणनीतिक रूप से अहम काला टाप चोटी पर कब्जा कर लिया है। जिससे चीन बौखलाया हुआ है।