Sports News. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच लंदन के द ओवल मैदान पर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल मुकाबला खेला जा रहा है. मैच के चौथे दिन शनिवार को लंच तक ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में छह विकेट पर 201 रन बनारक अपनी कुल बढ़त को 374 रनों तक पहुंचा दिया. भारत के सामने अब भी ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी को समेटने और फिर बड़े लक्ष्य को हासिल करने की चुनौती है. अब स्थिति ऐसी है कि भारत को इस मैच को जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ेगा. अगर भारत इस मैच में जीतना है तो उसे 121 वर्ष पुराने रिकॉर्ड को तोड़ना होगा.

बता दें कि, लंदन के इस प्रतिष्ठित खेल मैदान ‘द ओवल’ पर किसी भी टीम ने अब तक टेस्ट क्रिकेट में 300 से अधिक के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा नहीं किया है. इस मैदान पर अंतिम पारी में सर्वाधिक सफल रन चेज 263 रन का था. इस लक्ष्य को इंग्लैंड ने 1902 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हासिल किया था. ऐसे में अब भारत को द ओवल में जीत हासिल करने के लिए 121 वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ने की जरूरत है. द ओवल में 263 रन के बाद दूसरा सबसे सफल रन चेज 253 रन का है जिसे वेस्टइंडीज ने 1963 में इंग्लैंड के खिलाफ हासिल किया था. वहीं, 242 रन का तीसरा सफल चेज 1972 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ किया था.

ज्ञात हो कि, इंग्लैंड की परिस्थितियों में अंतिम पारी में बड़े लक्ष्य का पीछा करना हमेशा से चुनौतीपूर्ण काम रहा है. क्रिकेट इतिहास में अब तक सिर्फ छह बार ही टीमों ने चौथी पारी में 300 रन के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया है. डब्ल्यूटीसी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 374 रनों की बढ़त हासिल कर ली है. उसके चार विकेट अभी शेष है. ऐसे में भारत के सामने 4-5 सत्र में 400 रन से अधिक के लक्ष्य का पीछा करने की चुनौती मिल सकती है. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन का स्कोर खड़ा किया जिसके जवाब में भारत 296 रन ही बना सका. इस तरह ऑस्ट्रेलिया को 173 रनों की बड़ी लीड मिली.