नई दिल्ली . नौसेना के रिटायर्ड चीफ वाइस एडमिरल सतीश एन घोरमाडे ने कहा है कि भारतीय नौसेना हाल ही में स्वीकृत ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल से लैस मोबाइल कोस्टल बैटरी को तटीय इलाकों में तैनात किया जाएगा. ब्रम्होस की तैनाती उन इलाकों में होगी जहां चीन और पाकिस्तान से सबसे ज्यादा खतरा है.
ब्रह्मोस एयरोस्पेस इनकी डिलीवरी 2027 से शुरू कर देगी. ये बैटरी दुनिया की सबसे तेज और घातक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों से लैस होंगी. इससे इंडियन नेवी को बहु-दिशात्मक समुद्री हमले में मदद मिलेगी. यानी नौसेना एक साथ जल, जमीन और हवा तीनों दिशाओं में हमला कर सकती है. इससे नौसेना की ताकत में बढ़ोतरी होगी.
घोरमाडे ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने हाल ही में 17 वॉरशिप के प्रपोजल को मंजूरी दी है. इनमें छह नेक्स्ट-जेन मिसाइल पोत और 11 नेक्स्ट-जेन ऑफशोर पेट्रोलिंग जहाज (OPV) सहित दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव शामिल हैं. यह भारतीय नौसेना की क्षमता को बढ़ाने के लिए बड़ा फैसला है.
दो वैरिएंट्स में आती है ब्रह्मोस मिसाइल
तटों पर सतह-से-सतह पर मार (Surface to Surface) करने वाली ब्रह्मोस मिसाइलों को तैनात किया जाएगा. इसके दो वैरिएंट्स हैं. पहला ब्रह्मोस ब्लॉक-1 और दूसरा ब्रह्मोस-एनजी. यानी जमीन पर खड़े ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर (TEL) से दागी जाएंगी. यह एक तरह का ट्रक होता है, जिसमें साइलो (Silo- मीनारनुमा ढांचे) बने होते हैं. इनके अंदर से ब्रह्मोस मिसाइलें निकलती है. इन्हें कहीं भी ले जाया जा सकता है. मिसाइल की दिशा तय की जा सकती है.
कितनी खतरनाक हैं ब्रह्मोस मिसाइल
भारत के पास रूस के सहयोग से निर्मित एडवांस सुपरसॉनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल है. यह 400 किलोमीटर दूर अपने टारगेट को निशाना बनाने में सक्षम है. इसके अलावा भारत एक हाइपरसॉनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस-2 पर भी काम कर रहा है जो 2024 तक तैयार हो सकती है. इसकी क्षमता एक हजार किलोमीटर तक हो सकती है.
ब्रह्मोस मिसाइलें भी चार तरह की हैं. इनमें सतह से सतह, आसमान से सतह, समुद्र से सतह और समुद्र के नीचे मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं.
ब्रह्मोस दुनिया की सबसे तेज रफ्तार मिसाइलों में शामिल है. ये जमीन से कम ऊंचाई पर बहुत तेज स्पीड से उड़ान भरती है जिसकी वजह से इसे एंटी-मिसाइल सिस्टम से पकड़ना आसान नहीं होता है. यही वजह है कि ये मिसाइल कम समय में लंबी दूरी तक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है.
पाकिस्तान के पास बाबर और राद नाम की सबसॉनिक मिसाइलें हैं जो सतह से सतह पर मार करने में सक्षम हैं.