दिल्ली। कोरोना से लड़ाई में भारत ने पूरी दुनिया के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर मुमकिन मदद दुनियाभर के देशों की कर दी। अब इसके बेहद सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
भारत ने कोरोना के संकट काल में दुनिया को बिना सोचे हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा दी। जो अब अपने नतीजे कूटनीति में दिखा रही है। ये कारगर कूटनीति साबित हुई है। ब्रिटेन में विपक्षी लेबर पार्टी भारत विरोधी रूख के लिए मशहूर है। कश्मीर के मुद्दे पर इस पार्टी ने पाकिस्तान का साथ दिया है। अब भारत की दवा कूटनीति के बाद विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टर्मर ने कहा कि वे कश्मीर या भारत के किसी भी संवैधानिक मसले में दखल नहीं देंगे।
स्टर्मर ने स्पष्ट कहा कि भारत में कोई भी संवैधानिक मुद्दा भारतीय संसद के अधीन आता है और कश्मीर भारत-पाक का द्विपक्षीय मसला ही है। भारत की मदद से गदगद उन्होंने कहा कि हाल के हफ्तों में हमने देखा कि भारत और ब्रिटेन के बीच कितना अहम रिश्ता है। भारत ने मुश्किल वक्त में बेहद जरूरी पैरासिटामोल हमें दी है। हम भारत के साथ मजबूत व्यापारिक रिश्तों को बढ़ाने की पैरवी करते हैं। ब्रिटेन पूरी मजबूती के साथ अंतरराष्ट्रीय मामलों में भारत की मदद करेगा। उन्होंने अपनी पार्टी द्वारा भारत विरोधी बयान और स्टैंड न रखने की बात भी कही।