वाराणसी. जिले में पहुंचते ही ललित उपाध्याय का भव्य स्वागत हुआ. उन्होंने कहा कि लग्न और अनुशासन के साथ अभ्यास करने से जीवन में मनचाही सफलता मिलती है. खिलाड़ी को हार से निराश नहीं होना चाहिए. खेल में समर्पित भाव से लगातार प्रयास करते रहना चाहिए. जीवन में यही सफलता का मूल मंत्र है. उक्त बातें भारतीय हॉकी खिलाड़ी ललित उपाध्याय ने शुक्रवार शाम परेड कोठी के होटल में मीडिया से कही.
ललित ने कहा कि भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. जरूरत है कि सही दिशा की, अगर युवाओं को सही दिशा मिले तो वो कमाल कर सकते हैं. अभिभावकों से बच्चों पर पढ़ाई या खेल थोपने के बजाय उनकी रुचि के मुताबिक विषय को तवज्जो देने की बात कही. मन का काम मिलने पर बच्चा बेहतर रिजल्ट देता है. ऐसे में बच्चों के रुझान को ध्यान में रख विषय का चयन करना चाहिए.
बता दें कि एशियन गेम्स हॉकी में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने के बाद शुक्रवार को पहली बार वाराणसी पहुंचे हॉकी खिलाड़ी का व्यापारियों और युवा खिलाड़ियों ने स्वागत किया. इस मौके पर डीसीपी काशी आरएस गौतम, अजय सिंह बॉबी, विशाल सिंह मौजूद रहे.