नई दिल्ली/ रायपुर- ये खबर जानना आपको जरूरी है ! यदि किसी तरह की कोई बीमारी है और आप डाॅक्टर से कंसल्ट करने की सोच रहे हैं, तो आज ही कर लें, क्योंकि देश भर के डाक्टर कल पेन डाऊन आंदोलन पर होंगे। इस दौरान ना तो मरीजों का इलाज किया जाएगा औऱ ना ही दवा के लिए प्रिस्क्रिप्शन लिखी जाएगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने पेन डाउन स्ट्राइक काॅल करते हुए दिल्ली चलो…का नारा बुलंद किया है। वैसे तो दिल्ली का राजघाट आंदोलन का केंद्र होगा, लेकिन देशभर में डाक्टर आंदोलन पर रहेंगे। बताया जा रहा है कि डाॅक्टरों पर हो रही हिंसा, क्लीनिकल स्टेबलिशमेंट एक्ट में संशोधन जैसी कई मांगों को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आंदोलन कर रहा है। राजधानी रायपुर के मेडिकल कालेज कैंपस में सुबह 10 से 2 बजे तक आंदोलन किया जाएगा।

क्या हैं आईएमए की मांगें ?

– परामर्श तथा चिकित्सीय उपचार शुल्क निर्धारण की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए.
– चिकित्सा हेतु हिंसा रहित वातावरण का अधिकार। डाक्टर्स पर होने वाली मारपीट की घटनाओं को रोकने के लिए एक सख्त केंद्रीय कानून बनाया जाए.
– मरीज को दिए जाने वाला जुर्माना, मरीज की आय के हिसाब से ना हो.
– अलग-अलग चिकित्सा पद्धति की अवैज्ञानिक मिक्सिंग नहीं होनी चाहिए.
– क्लेरिकल त्रुटियों एवं मेडिकल निगलीजेंसी पर क्रीमिनल केस नहीं चलना चाहिए.
– मीडिया द्वारा चिकित्सा परामर्शदाता का नाम तब तक सार्वजनिक ना कर पाए, जब तक उन्हें कानून द्वारा दंडित ना किया जाए.
– PC PNDT ACT में व्यापक संशोधन होना चाहिए.
– पं. बंगाल के नर्सिंग होम एक्ट में प्रस्तावित बिंदु कि आपातकालीन सेवा, रेप व एसिड अटैक के उपचार के खर्च का वहन डाक्टर द्वारा किए जाने का विरोध.
– एमबीबीएस के बाद लिए जाने वाले एक्जिट एग्जाम को खत्म करना चाहिए व इसके स्थान पर यूनिफार्म फाइनल एमबीबीएस एग्जाम लेना चाहिए.
– हास्पीटल व क्लिनिक के रजिस्ट्रेशन के लिए एकल खिड़की व्यवस्था होनी चाहिए.
– छोलाछाप डाक्टर्स द्वारा की जाने वाली प्रैक्टिस को रोकने के लिए Anti Quackery Law बनाना चाहिए.
– सरकार की सभी हेल्थ कमेटी में आईएमए के सदस्यों को स्थान मिलना चाहिए.
– स्वास्थ्य बजट यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के लिए जीडीपी का 5 फीसदी होना चाहिए.