दिल्ली. अमेरिका की प्रसिद्ध हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भारतीय मूल की महिला को प्रेसिडेंट के रूप में चुना गया हैं. 20 साल की श्रुती पलानीप्पन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की प्रेसिडेंट बनी हैं. अंडर ग्रेजुएट काउंसिल इलेक्शन कमिशन ने कहा कि इस चुनाव में जुलिया हुयेसा को वाइस प्रेसिडिंट बनी हैं. पलानीप्पन ने कहा कि वह और हुयेसा ने अपने प्रारंभिक दिनों में स्टूडेंट काउंसिल के कम्युनिकेशन में सुधार करने की योजना बनाई है.
पलानीप्पन के पैरेंट्स चेन्नई से 1992 में अमेरिका माइग्रेट हुए थे. पलानीप्पन ने कहा, ‘मुझे शुरुआत से ही लगता था कि छात्रों के साथ संवाद करने के तरीके को और बेहतर तरीके से करने की जरुरत है.’ जुलाई 2016 में फिलाडेल्फिया में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में एमएस पलानीप्पन सबसे कम उम्र के प्रतिनिधि थीं.
रिपोर्ट के मुताबिक, पलानीप्पन और हुयेसा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी नादिन एम खोरी और अर्नाव अग्रवाल के खिलाफ लगभग 41.5 प्रतिशत वोट हासिल किये, जिन्हें सिर्फ 26.6 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे. पलानीप्पन और हुयेसा स्टूडेंट इलेक्शन के दौरान ‘मेक हार्वर्ड होम’ का नारा लगाया था. पलानीप्पन ने कहा कि यूनिवर्सिटी में बेहतर कम्युनिकेशन के लिए हम जमीनी स्तर से काम करेंगे.