नासिर बेलिम, उज्जैन। रामायण सर्किट ट्रेन (Ramayana Circuit Train) के वेटरों को संतों की वेशभूषा पहनाने पर हुए विवाद के बाद इंडियन रेलवे (Indian Railway) ने ड्रेस कोड (Dress Code) बदल दिया है। संतों की नराजगी के महज 8 घंटे के अंदर आईआरटीसी ( IRCTC) ने ड्रेस कोड को बदल दिया है। ड्रेस कोड को लेकर परमहंस अखाडा परिषद् के पूर्व महामंत्री अवधेशपूरी समेत उज्जैन के अन्य संतों ने नाराजगी जताई थी।
अखाड़ा परिषद के पूर्व महामंत्री अवधेश पुरी ने इस मामले पर रेल मंत्री को पत्र भी लिखा था। साधु संतों ने वेशभूषा बदलने को लेकर साफ अल्टीमेटम दे दिया था। मामले को लेकर रेल मंत्री को पत्र लिखकर सुधार की मांग की थी। डॉ अवधेश पुरी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि अगर आगामी यात्रा के दौरान वेशभूषा में परिवर्तन नहीं किया गया तो साधु संतों को राम भक्तों के साथ ट्रेन रोकने की धमकी दी थी।
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बता दें कि सोमवार को सोशल मीडिया पर तेजी से एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में ट्रेन के अंदर काम करने वाले वेटर संतों की वेशभूषा में दिखाई दे रहे थे। इसको लेकर दावा किया जा रहा था कि ये रामायण सर्किट ट्रेन का वीडियो है और ये सभी ट्रेन के वेटर हैं। जो इस लुक में यात्रियों को खाना परोस रहे हैं। इसे लेकर उज्जैन में रहने वाले संतो ने कड़ी आपत्ति जताई थी।
भगवान राम से जुड़े धार्मिक स्थलों की यात्रा कराने शुरू हुई है ट्रेन
दरअसल अयोध्या, चित्रकूट समेत भगवान राम से जुड़े धार्मिक स्थलों की यात्रा कराने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे ने IRCTC के माध्यम से रामायण एक्सप्रेस ट्रेन शुरुआत की थी। धार्मिक यात्रा से जुडी इस ट्रेन में श्रद्धालुओं को खाना ट्रेन के अंदर ही परोसा जा रहा है।
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