7000 Special Trains For Diwali-Chhath Puja: दिवाली और छठ पूजा के दौरान बिहार (Bihar)-उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) जाने वाले रेल यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने खास तैयारी की है। भारतीय रेलवे इस साल दिवाली और छठ पूजा के लिए 7000 स्पेशल ट्रेन चलाएगा। इससे रेल यात्रियों को किसी भी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। रेलवे ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। इससे रोजाना दो लाख एक्स्ट्रा यात्रियों को सहूलियत मिलेगी। यह जानकारी रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने गुरुवार (24 अक्टूबर) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पिछले साल यानी 2023 में दिवाली और छठ पूजा के दौरान त्योहारी भीड़ को देखते हुए 4500 स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं। अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंत्रालय ने इस साल सेवाओं को बढ़ाने का फैसला किया है।
स्पेशल ट्रेनें लगाएंगी इतने फेरे
गौरतलब है कि उत्तर रेलवे (एनआर) इस अवधि के दौरान बड़ी संख्या में ट्रेन चलाएगा, क्योंकि दिवाली और छठ पूजा के दौरान बड़ी संख्या में यात्री देश के पूर्वी भागों में आवाजाही करते हैं। एनआर ने हाल ही में एक बयान में कहा कि वह लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में मदद करने के लिए स्पेशल ट्रेनों के लगभग 3050 फेरे संचालित करेगा।
उत्तर रेलवे ने की थी 3050 ट्रेनें चलाने की घोषणा
हाल ही में त्योहार को देखते हुए उत्तर रेलवे ने ही 3050 विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की थी। इनमें से अधिकांश ट्रेनें ऐसी हैं जो उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पूर्वोत्तर राज्यों की ओर दौड़ेंगीं। इस बार चलाई जा रहीं ट्रेनें पिछले साल के मुकाबले 172 फीसदी ज्यादा हैं। उत्तर रेलवे ने पिछले साल 1082 विशेष ट्रेनें चलाई थीं।
बिहार के लिए कई घोषणाएं की
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उत्तर बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने की बड़ी योजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना के तहत नरकटियागंज, रक्सौल, सीतामढ़ी, दरभंगा और मुजफ्फरपुर रेलवे लाइनों का दोहरीकरण किया जाएगा। इस योजना की कुल लागत 4553 करोड़ रुपये होगी और इससे उत्तर प्रदेश और उत्तर बिहार के लोगों को ज्यादा सुविधा मिलेगी।
केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा और सीतामढी-मुजफ्फरपुर खंड के दोहरीकरण से नेपाल, पूर्वोत्तर भारत और सीमावर्ती क्षेत्रों से कनेक्टिविटी मजबूत होगी और मालगाड़ी के साथ-साथ यात्री ट्रेनों की आवाजाही में सुविधा होगी। वहीं 57 किमी लंबी नई रेल लाइन एर्रुपलेम-अमरावती-नंबुरु आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा और गुंटूर जिलों और तेलंगाना के खम्मम जिले से होकर गुजरेगी। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और बिहार के आठ जिलों को कवर करने वाली 6,798 करोड़ की इन रेल परियोजनाओं से रेलवे नेटवर्क 313 किमी तक बढ़ेगा। साथ ही नौ नए स्टेशनों के साथ लगभग 168 गांवों और लगभग 12 लाख आबादी को लाभ मिलेगा। इसके अलावा 31 एमटीपीए (मिलियन टन प्रति वर्ष) का अतिरिक्त माल यातायात होगा। रेलवे के मुताबिक नई लाइन के प्रस्ताव से आंध्र प्रदेश के अमरावती को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
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