मुंबई. भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन पिछले वित्त वर्ष कई बड़े पूंजी बाजारों से अच्छा रहा। मार्च 2019 को समाप्त वित्त वर्ष में वैश्विक और घरेलू चुनौतियों के बीच बंबई शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स ने 17.3 प्रतिशत का रिटर्न, जबकि नेशनल स्टाक एक्सचेंज के निफ्टी के 14.9 प्रतिशत के मुकाबले बेहतर है। यह प्रदर्शन अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, ब्राजील, जापान, दक्षिण कोरिया तथा हांगकांग के मुकाबले बेहतर है।
बाजार से बढ़ी हुई मात्रा में कोष जुटाने के साथ भारत में पूंजी बाजार का आकार 2018-19 में बढ़ा। यह 6 प्रतिशत बढ़कर 151 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया। इसके अलावा, म्यूचुअल फंड की प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति 11.4 प्रतिशत बढ़कर 24 लाख करोड़ रुपये पहुंच गयी। वहीं विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का निवेश बढ़कर 30 लाख करोड़ के करीब पहुंच गई।
पिछले वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान पूंजी बाजार से पूंजी जुटाने के मामले में भी वृद्धि देखी गई। बांड और इक्विटी के जरिये जुटायी गई राशि 5.3 प्रतिशत बढ़कर करीब 9 लाख करोड़ रुपये पहुंच गई। प्रतिभूतियों के मोर्चे पर नकारात्मक गतिविधियों के बावजूद दहाई अंक में रिटर्न आया।
दुनिया के शेयर बाजारों में इतना मिला रिटर्न
बीएसई सेंसेक्स 17.3%
एनएसई निफ्टी 14.9%
अमेरिका 7.6%.
ब्रिटेन 3.2%.
ब्राजील 11.8%
चीन -2.5%
जापान -1.2%
दक्षिण कोरिया -12.5%
हांगकांग -3.5%
नोट: आंकड़े: वित्त वर्ष 2018-19 के हैं.