Indian Engineer Shot By US Police: भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर की अमेरिका के कैलिफोर्निया में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हत्या किसी अपराधी ने नहीं, बल्कि अमेरिकी पुलिस ने की है। तेलंगाना के रहने वाले भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर की US Police ने गोली मारकर हत्या की है। भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहम्मद निजामुद्दीन का रूममेट के साथ झगड़ा हो गया था। इस मामले के बाद अमेरिकी पुलिस ने उसे गोली मार दी। निजामुद्दीन ने गोली मारे जाने से पहले सार्वजनिक रूप से नस्लीय उत्पीड़न और नौकरी में दिक्कत को लेकर शिकायत की थी। अब परिवार ने विदेश मंत्री से शव भारत लाने की गुहार लगाई है।  

मृतक के परिवार ने गुरुवार को बताया कि उसके रूममेट के साथ कथित तौर पर हाथापाई हुई थी। घटना वाली जगह से दो चाकू बरामद किए गए हैं। सॉफ्टवेयर पेशेवर मोहम्मद निज़ामुद्दीन की 3 सितंबर को सांता क्लारा पुलिस ने कथित तौर पर हत्या कर दी थी।

भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहम्मद निजामुद्दीन के पिता मोहम्मद हसनुद्दीन ने बताया कि उन्हें अपने बेटे के एक दोस्त के ज़रिए उसकी मौत की जानकारी मिली। सटीक परिस्थितियां अभी साफ नहीं हैं। हसनुद्दीन ने कहा कि रूममेट के साथ झगड़ा एक छोटी सी बात पर हुआ था। उन्होंने बताया कि उन्हें गोलीबारी की जानकारी गुरुवार सुबह ही मिली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर को लिखे एक पत्र में हसनुद्दीन ने अपने बेटे के शव को महबूबनगर वापस लाने में मदद की गुहार लगाई। उन्होंने वॉशिंगटन और सैन फ्रांसिस्को में भारतीय अधिकारियों से तत्काल मदद की गुहार लगाते हुए लिखा-मुझे नहीं पता कि पुलिस ने उसे गोली क्यों मारी?

गलत तरीके से नौकरी से निकालने का लगाया था आरोप

मोहम्मद निजामुद्दीन ने फ्लोरिडा से कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स की डिग्री हासिल की थी। वे इसके बाद कैलिफोर्निया की एक कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन उन्हें इसके बाद नौकरी से निकाल दिया गया था। निजामुद्दीन ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट के जरिए आरोप लगाया था कि उन्हें गलत तरीके से नौकरी से निकाला गया है और वेतन में भी धोखाधड़ी हुई है। इतना ही नहीं, निजामुद्दीन ने नस्लीय उत्पीड़न को लेकर भी पोस्ट शेयर की थी।

पुलिस ने निजामुद्दीन को मार दी चार गोलियां

रिपोर्ट के मुताबिक निजामुद्दीन को चार गोलियां मारी गई थीं। सांता क्लारा पुलिस के बयान के मुताबिक, 911 पर चाकूबाजी को लेकर एक कॉल आया था। जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कहा कि जब वे वहां पहुंचे तो एक शख्स चाकू के साथ खड़ा था। जब उसने पुलिस की बात नहीं मानी तो गोली मार दी गई। बयान में यह भी कहा गया है कि शख्स का रूममेट नीचे गिरा पड़ा था और उसको कई जगह पर चोट भी लगी थी। यह पूरी घटना 3 सितंबर की है।

पुलिस ने क्या कहा?

सांता क्लारा पुलिस के मुताबिक, आइज़नहावर ड्राइव स्थित एक घर में अपने रूममेट पर कथित तौर पर चाकू से हमला करने के बाद एक शख्स को पुलिस ने गोली मार दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने 3 सितंबर को सुबह करीब 6:18 बजे कार्रवाई की और चाकू से लैस संदिग्ध शख्स का सामना किया। उसे हॉस्पिटल ले जाया गया और बाद में मृत घोषित कर दिया गया. पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी चोटों का इलाज चल रहा है।

पुलिस प्रमुख कोरी मॉर्गन के मुताबिक, अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही दोनों रूममेट्स के बीच झगड़ा हिंसा में बदल गया था। पुलिस ने बताया कि निज़ामुद्दीन कथित तौर पर चाकू लिए हुए था और घर में जबरन घुसने पर फिर से हमला करने की धमकी दे रहा था। मॉर्गन ने कहा, “हमारी शुरुआती जांच के आधार पर, हमारा मानना ​​है कि अधिकारी की कार्रवाई ने आगे की क्षति को रोका और कम से कम एक जान बचाई।

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