रांची। भारतीय महिला हॉकी टीम के पेरिस ओलंपिक 2024 में खेलने का सपना अधूरा रह गया. एफआईएच महिला ओलंपिक क्वालिफायर टूर्नामेंट में ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में भारत को जापान के हाथों 0-1 से शिकस्त खानी पड़ी. भारत को पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने के लिए हर हाल में जीत हासिल करनी थी, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया. पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होने वाला है. इसे भी पढ़ें : Shri Ram Mandir में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को दो दिन शेष, अनुष्ठान का आज पांचवा दिन, सज रहा श्रीराम का दरबार, देखिए तस्वीरें

भारत-जापान का यह मैच रांची के बिरसा मुंडा इंटरनेशनल स्टेडियम में शुक्रवार को खेला गया था. मुकाबले में जापान के लिए इकलौता गोल काना उराता ने खेल के छठे मिनट में किया. उराता ने पेनल्टी कॉर्नर पर ये गोल दागा. भारत को भी गोल करने के कई मौके मिले, लेकिन जापानी डिफेंस ने उसके हर प्रयास को नाकाम कर दिया. भारत को मैच में नौ पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन एक बार भी वह गोलपोस्ट को भेद नहीं पाई.

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इस टूर्नामेंट में भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रदर्शन उतार-चढ़ाव से भरपूर रहा. टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में अमेरिका से 0-1 से हार गई थी, लेकिन इसके बाद उसने न्यूजीलैंड और इटली को हराकर पूल-बी में दूसरे स्थान पर रहकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. भारत ने न्यूजीलैंड और इटली के खिलाफ खेल के हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया था, सेमीफाइनल में भारत को जर्मनी के खिलाफ 3-4 से हार झेलनी पड़ी थी. भारत-जर्मनी के बीच वह मुकाबला 2-2 से ड्रॉ रहा था. इसके बाद पेनल्टी शूटआउट में नतीजा निकला था. अब अहम मैच में भारत जापान से भी हार गया.

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चौथी बार टूटा सपना

भारतीय महिला हॉकी टीम के पास चौथी बार ओलंपकि के लिए क्वालिफाई करने का मौका था. भारत महिला हॉकी ने सबसे पहले साल 1980 के मास्को ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था, जहां वह चौथे नंबर पर रही. इसके बाद उसने रियो (2016) और टोक्यो (2020) ओलंपिक में भी जगह बनाई थी. रियो में भारतीय टीम 12वें और टोक्यो में चौथे पायदान पर रही थी.