नई दिल्ली  . टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ‘क्वांटम कंप्यूटिंग’ आधारित देश का पहला टेलीकॉम नेटवर्क लिंक अब शुरू हो चुका है. इस नेटवर्क लिंक को नई दिल्ली स्थित संचार भवन से सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) के ऑफिस के बीच चालू किया गया है.

अश्विनी वैष्णव ने पहले ‘अंतरराष्ट्रीय क्वांटम एनक्वेल’ को संबोधित करते हुए ये जानकारी दी. इसके साथ ही टेलीकॉम मिनिस्टर ने यह भी ऐलान किया अगर कोई एथिकल हैकर्स इस सिस्टम में सेंध लगा लेगा, तो उसे 10 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. अश्विनी वैष्णव ने कहा, “हम हैकाथन भी शुरू कर रहे हैं. जो भी इस सिस्टम को और सी-डॉट के बनाए सिस्टम को तोड़ सकेगा, उसे हर बार सेंध लगाने पर 10 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा.” बता दें कि एथिकल हैकर्स एक जिम्मेदार प्रोफेशनल होते हैं, जो अच्छे इरादे से किसी सिस्टम में मौजूद कमियों या खामियों का पता लगाकार उसे हैक करने की कोशिश करते हैं.

वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों ने 6G में कई पेटेंट हासिल किए

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नोलॉजी की पहचान करने और उनको लागू करने के लिए भारत 6G प्रोजेक्ट की घोषणा की थी. उस समय वैष्णव ने कहा था कि भारत के पास अब तक 6G टेक्नोलॉजी के 127 से अधिक पेटेंट हैं.

आज एक बार फिर वैष्णव ने कहा, “इलेक्ट्रॉनिक्स बहुत जटिल है, लेकिन जटिलता के बावजूद हमारे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और शिक्षाविदों ने मिलकर 6G में कई पेटेंट हासिल किए हैं.”

क्वांटम कंप्यूटिंग क्या है?

क्वांटम कंप्यूटिंग एक आधुनिक टेक्नोलॉजी है. इस टेक्नोलॉजी से लैस कंप्यूटर का इस्तेमाल आधुनिक समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है. इन कंप्यूटर को तेज गति से काम करने के लिए जाना जाता है.

क्वांटम कंप्यूटर काफी तेजी से डाटा को प्रोसेस करते हैं. यही एक बड़ी वजह है, जिसके चलते चीन, अमेरिका और भारत जैसे देश इस तकनीक के विकास में हजारों करोड़ रुपये निवेश कर रहे हैं.

अश्विनी वैष्णव ने इसके अलावा क्वांटम कंप्यूटिंग फर्मों की एक छोटी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. साथ ही उन्होंने इन फर्मों को टेलीकॉम नेटवर्क और भारतीय रेलवे के लिए पायलट प्रोजेक्ट चलाने के लिए आमंत्रित भी किया.