आज पूरी दुनिया के साथ साथ भारत में भी Blockchain Technology का विस्तार और इसका प्रभाव बढ़ता जा रहा है. हाल ही में भारत में पूरी दुनिया का 52 नंबर का और भारत का भारतीयों द्वारा बनाया हुआ दूसरा Blockchain “Anannta Blockchain” लॉन्च हो गया है. इसने न केवल भारतीय टेक्नोलॉजी जगत में तहलका मचाया है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना रहा है. वहीं, 27 जुलाई 2025 को Testnet का सफल परीक्षण किया गया है. आइए इस खबर में जानते हैं Blockchain के बारे में, Web 3.0 टेक्नोलॉजी के बारे में.

Testnet का हुआ सफल परीक्षण
Blockchain एक बहुत ही जटिल Technology होती है, जिसमें बहुत सी तकनीकी संभावनाओं का परीक्षण करना पड़ता है. इसी परीक्षण में एक बहुत ही जटिल परीक्षण जिसे Testnet कहा जाता है. जिसमें Blockchain Technology के खामियों (bugs) को जांचा और सुधार किया जाता है. इस Testnet के परीक्षण को भी Anannta Blockchain ने सफलता से पास कर लिया है. Blockchain Testnet परीक्षण इतना ज्यादा जटिल और कठिन होता है इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिसके कारण है. 27 जुलाई 2025 को Testnet का सफल परीक्षण किया गया है. आज पूरी दुनिया में विशेष रूप से सिर्फ 52 ही Blockchain उपलब्ध हैं.
जानिए क्या होता है Blockchain Technology?
Blockchain एक प्रकार का डिजिटल लेजर (संग्रहण) है जिसमें जानकारी एक ब्लॉक के रूप में संग्रहित होती है और ये ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े होते हैं, जो पूरी श्रृंखला बनाते हैं, जिसे “चेन” कहा जाता है. यह एक सुरक्षित, पारदर्शी और विकेंद्रीकृत प्रणाली है, जिसमें किसी भी प्रकार के डेटा को नियंत्रित करने या बदलने के लिए कोई केंद्रीय प्राधिकरण (जैसे बैंक या सरकारी संस्थान) की आवश्यकता नहीं होती है.
Blockchain टेक्नोलॉजी में हर लेन-देन का रिकॉर्ड सार्वजनिक रूप से और सुरक्षित रूप से दर्ज होता है, जिसे कोई भी व्यक्ति बिना किसी मध्यस्थ के देख सकता है. यही कारण है कि इसे भरोसेमंद और सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि इसमें कोई भी डाटा संशोधन या धोखाधड़ी की संभावना नहीं होती है.
यह मुख्य रूप से Crypto Currency जैसे आपने सुना होगा Bitcoin और Ethereum के लेन देन में इस्तेमाल होता है, लेकिन अब Blockchain Technology का उपयोग Crypto के साथ साथ कई अन्य क्षेत्रों जैसे वित्तीय सेवाएं, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन (supply chain management), स्वास्थ्य सेवाएं, और सरकारी योजनाओं में भी किया जा रहा है. आज अगर हम बात करें USA, UAE में और भारत के बाहर देशों में हर एक आम आदमी Blockchain Technology का उपयोग अपने दिनचर्या के सामानों की के खरीदी के लिए भी बहुत ही आसानी से कर रहा है क्योंकि ये Technology सबसे सुरक्षित है, यही कारण है आगे आने कुछ सालों में इस Blockchain Technology को भारत देश में भी बहुत ज्यादा उपयोग किया जाएगा.
Blockchain किस Technology में करता है काम?
Anannta Blockchain हो या दुनिया का कोई भी Blockchain जिस Technology में काम करता है उसे Web 3.O कहते है. Web 3.0, जिसे “Web 3” भी कहा जाता है, इंटरनेट का अगला Version है. इसे ‘Decentralized Web’ भी कहा जाता है क्योंकि इसमें इंटरनेट की सेवा, डाटा संग्रहण और नियंत्रण Decentralize होता है. Web 3.0 के माध्यम से उपयोगकर्ता को पूरी तरह से अपने डेटा पर अधिकार मिलता है, और यह Blockchain टेक्नोलॉजी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
Web 3.0 की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं
- Decentralization (विकेंद्रीकरण) Web 3.0 में किसी भी प्लेटफॉर्म या सेवा का संचालन एक ही केंद्रीकृत स्थान से नहीं किया जाता. इसके बजाय, यह पूरी तरह से वितरित नेटवर्क पर आधारित होता है, जिससे डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता बढ़ जाती है.
- Smart Contract: ये Contract एक प्रकार के स्वचालित समझौते होते हैं, जो Blockchain नेटवर्क पर चलते हैं. ये बिना किसी मध्यस्थ के स्वचालित रूप से लागू होते हैं.
- Cryptocurrency Web 3.0 में Cryptocurrency की महत्वपूर्ण भूमिका है, क्योंकि यह विकेंद्रीकृत और डिजिटल मुद्रा के रूप में काम करती है.
भारत के दूसरे Blockchain “Anannta” में क्या है खास
अब बात करते हैं Anannta Blockchain की. Anannta Blockchain एक नई और क्रांतिकारी Blockchain तकनीक है, जो खासतौर पर भारत के युवा डेवलेपर्स Rahul Bhadoriya की कंपनी ESP Softtech के द्वारा भारत में लॉन्च की गई है. यह तकनीक Web 3.0 की अवधारणाओं पर आधारित है और भारत के डिजिटल इकोसिस्टम को एक नई दिशा दे रही है.
ये चीजें बनाती हैं Anannta Blockchain की खास
- तेज और सुरक्षित: Anannta Blockchain सिस्टम तेज लेन-देन और उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान करता है. यह एक ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करता है जो अधिक गति, बेहतर ट्रांजेक्शन क्षमता और जटिलता को आसानी से संभाल सकता है.
- कम Gas Fee: दूसरे Blockchain’s जैसे कि Polygon, Ethierium नेटवर्क की तुलना में Anannta Blockchain कम ऊर्जा (Gas Fee) का उपयोग करता है. जिससे यह यूजर्स के लिए सस्ता भी है.
- स्मार्ट कांट्रैक्ट्स और DApps: Anannta Blockchain में स्मार्ट कांट्रैक्ट्स और Decentralized Applications (DApps) का पूरा समर्थन है. इससे उपयोगकर्ताओं को बिना किसी तीसरे पक्ष के अपने डेटा और लेन-देन को नियंत्रित करने का मौका मिलता है.
- इनोवेटिव इंटरफेस: Anannta Blockchain का इंटरफेस उपयोगकर्ता के अनुकूल है, जिससे आम जनता को भी Blockchain टेक्नोलॉजी का उपयोग करना सरल और समझ में आता है.
Anannta Blockchain ने भारतीय बाजार को ध्यान में रखते हुए अपनी तकनीक तैयार की है. Anannta Blockchain भारत में डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ता है. इसके जरिए ना केवल भारतीय डिजिटल अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी, बल्कि यह पूरी दुनिया में Blockchain तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देगा.
‘Anannta Blockchain’ भारत में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है. यह न केवल Web 3.0 तकनीक का एक बेहतरीन उदाहरण है, बल्कि भारतीय डिजिटल इकोसिस्टम को एक नई दिशा देने का काम कर रहा है. इसके तेज, सुरक्षित, और ऊर्जा-कुशल प्लेटफॉर्म के कारण यह भविष्य में कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
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